PATNA : आखिरकार लंबे इंतजार के बाद पटना की मेयर सीता साहू ने अविश्वास प्रस्ताव की अग्निपरीक्षा पास कर अपनी कुर्सी बचा लीं। बुधवार को उनके खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव गिर गया। बांकीपुर अंचल कार्यालय में बुधवार को विशेष बैठक के दौरान अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में सिर्फ दो मत पड़े जबकि विपक्ष में 10 पार्षदों ने मत दिया। अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए बुलाई गई बैठक में 44 पार्षद शामिल हुए। 12 पार्षदों ने मतदान में हिस्सा लिया। गौरतलब है कि पटना नगर निगम के 26 पार्षदों ने 29 जून को मेयर सीता साहू के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया था। नगर निगम में पार्षदों की कुल 75 सीटें हैं। जिसमें से एक पद खाली है। विशेष बैठक का कोरम पूरा होने के लिए 30 पार्षदों का रहना जरूरी था। बैठक में 44 पार्षद शामिल हुए।

आरोपों को किया खारिज

बांकीपुर अंचल में नगर निगम की विशेष बैठक के बाद मेयर सीता साहू ने विपक्षी पार्षदों द्वारा लगाए गए आरोप को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने पार्षदों को विश्वास दिलाते हुए कहा कि मुझ पर जो भी अविश्वास के आरोप लगे है वह बेबुनियाद और मनगढ़त है। मेरे कार्यकाल के दौरान सभी कामों में तेजी आई है और पटना नए रंग रूप में नजर आ रहा है। मैंने किसी भी पार्षद के साथ भेदभाव नहीं किया है।

नहीं मिला कोई नोटिस

विरोधी पार्षदों का कहना है कि ऐसी सभी विशेष बैठकों का विधिवत नोटिस पार्षदों को दिया जाता है। ये नोटिस सिर्फ समर्थकों को दी गई इसलिए हमने बैठक का बहिष्कार किया। 30 से 35 पार्षदों को नोटिस नहीं भेजा गया है जिसमें पूर्व डिप्टी मेयर भी शामिल हैं।

सीता साहू को पूर्व मेयर का भी मिला है समर्थन

मेयर सीता साहू के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव भले ही गिर हो गया और उनकी कुर्सी बच गई है। लेकिन सीता साहू को लेकर अटकलों का दौर जारी है। कई निगम पार्षदों का कहना है कि मेयर सीता साहू को एक पूर्व मेयर का भी पूरा समर्थन मिला है। इसके लिए लॉलीपॉप के रूप में डिप्टी मेयर की कुर्सी का प्रलोभन सामने आ रहा है। डिप्टी मेयर पद के लिए महिला पार्षद की दावेदारी ज्यादा नजर आ रही है जिसमें पूर्व मेयर की पत्नी को इसका लाभ मिल सकता है।

लगे आरोप पर मेयर के जवाब

1. भेदभाव का आरोप : इसके जवाब में सीता साहू ने कहा कि यह बिल्कुल निराधार है। सभी पार्षदों का सम्मान करती हूं। सभी की बातों को सुनती हूं। उनकी समस्याओं का निगम के संसाधनों के अनुरूप समाधान करती हूं।

2. विकास की गति हुई कम : इस आरोप के जवाब में मेयर ने कहा कि मेरे दो साल के कार्य और पिछले कई मेयर के काम की तुलना में कहीं ज्यादा है। शहर में लाइट, सफाई और पानी की सप्लाई का काम सबसे ज्यादा हुआ है।

3. आउटसोर्सिग : उन्होंने बताया कि मेरे कार्यकाल में अनावश्यक आउटसोर्सिग को खत्म किया गया। वित्तीय अनियमितताओं को दूर करने के लिए चार्टर्ड अकाउंटेंट रखे गए हैं।

Posted By: Inextlive