अब बदलेगीं खेल की क्छ एहम परिभाषाऐं एमसीसी ने जारी किया नियमों की संहिता का पांचवां संस्करण


नो-बॉल के नियम बदले प्रतिष्ठित मेरिओन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) ने मंगलवार को क्रिकेट नियमों से जुड़े 2000 संहिता के पांचवें संस्करण को जारी किया. इनमें चर्चित 'नो-बॉल के नियमÓ के अलावा कुछ अन्य बदले हुए नियमों को भी शामिल किया गया है. ये नए नियम मंगलवार से ही प्रभावी होंगे. आइसीसी के 24.6 नियम के अनुसार, अब से यदि कोई गेंदबाज गेंदबाजी के दौरान रनर छोर के विकेटों को गिरा देता है तो वह गेंद 'नो-बॉलÓ हो जाएगी.बदले गए नियमों की सूची1. रनर के साथ खेलने वाला बल्लेबाज यदि नोबॉल पर स्टंप आउट होता है तो उसे आउट नहीं दिया जाएगा. पहले उसे रन आउट दिया जाता था.


2. 'हैंडल्ड द बॉल Ó नियम में समयावधि तय कर दी गई है. अब बल्लेबाज जब गेंद खेल रहा हो या उसके तुरंत बाद ही अपना विकेट बचाने के लिए गेंद को छूता या पकड़ता है तो उसे आउट दिया जाएगा. केवल स्ट्राइकर ही इस तरह से आउट दिया जा सकता है. किसी भी बल्लेबाज द्वारा गेंद पर हाथ लगाने की अन्य कोई भी घटना आब्स्ट्रिक्टिंग द फील्ड माना जाएगा.

3. हिट द बॉल ट्वाइस : अब नियमों के तहत (अपना विकेट बचाने के लिए) दूसरी बार गेंद को मारने पर रन बनाना संभव नहीं होगा. पहले ऐसी स्थिति में ओवरथ्रो होने पर रन बनाए जा सकते थे, लेकिन रन बनाने का यह विकल्प अब पूरी तरह से समाप्त कर दिया गया है.4. मैदान पर अभ्यास : गेंदबाजों को अब अपना हाथ खोलने के लिए क्षेत्ररक्षक को गेंदबाजी करने की अनुमति होगी. इससे समय की बर्बादी नहीं होनी चाहिए और ऐसा गेंद को खराब करने के लिए नहीं किया जाना चाहिए.

Posted By: Subhesh Sharma