RANCHI : सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद माओवादी के शीर्ष पांच नेताओं में से एक नारायण सान्याल उर्फ नवीन प्रसाद उर्फ विजय गुरुवार को जेपी कारा से रिहा हो गए। उन्हें लेने उनके परिजन बंगाल से यहां पहुंचे थे। गुरुवार को रिहा होते ही उन्हें विशेष सुरक्षा में रांची ले जाया गया, जहां से सान्याल कोलकत्ता जाएंगे। उन्हें ख्फ् मार्च ख्0क्ख् को सुरक्षा कारणों से गिरिडीह जेल से हजारीबाग लाया गया था।

ख्008 में हुई थी गिरफ्तारी

नारायण सान्याल की गिरफ्तारी छतीसगढ़ से ख्008 में हुई थी। इनके खिलाफ हजारीबाग में गिरिडीह व एक आंध्र प्रदेश में मामला दर्ज है। पूर्व के मामले में इन्हें जमानत दिया गया था। आंध्र के मामले में मंगलवार को जमानत मिली। बुधवार को उनकी जमानत की अर्जी दाखिल करने उनके परिजन हजारीबाग पहुंचे थे। इनमें इनकी म्भ् वर्षीय बहन एस भट्टाचार्या जो यूके लंदन में रहती है तथा उसके साथ एक मानवाधिकार संगठन के विदेशी सदस्य मि। लिक्स साथ थे। सान्याल की जमानत को लेकर एक सप्ताह पूर्व से ही अटकलों का बाजार गर्म था। गुरुवार को इनकी रिहाई के साथ ही अटकलों पर विराम लग गया। गुरुवार को सभी जगहों से आश्वस्त होने के बाद कारा प्रशासन दोपहर करीब तीन से चार बजे रिहा ि1कया गया।

तीन साल पहले लाए गए थे झारखंड

सान्याल के साथ शीर्ष नक्सली नेता विनायक सेन की भी गिरफ्तारी हुई थी। सुरक्षा कारणों से दोनो को अलग अलग रखा गया था। झारखंड में तीन साल पूर्व उन्हें लाया गया था। जेल से रिहा के बाद सान्याल ने लोगों को हाथ हिलाकर अभिवादन किया। इसके बाद पुलिस द्वारा उपलब्ध कराए गए वाहन से वे रांची की ओर प्रस्थान कर गए।

हथियार लूट कांड में थे आरोपी

सान्याल को झारखंड में पहली बार गिरीडीह टाउन थाना में क्क् नवंबर ख्00भ् में हुई हथियार लूट मामले में कांड संख्या ख्9भ्/भ् में मुख्य आरोपी बनाया गया था। इसके अलावा ख्भ् नवंबर ख्0क्ख् में भी इनके ऊपर हजारीबाग के सदर थाने में कांड संख्या 9फ्भ् /क्ख् में मामला दर्ज किया गया था।

Posted By: Inextlive