गंगानगर के मुआवजे पर लगी शताब्दी नगर की शर्ते
- किसानों के अतिरिक्त मुआवजे पर लगी अंतिम मुहर
- एमडीए सभागार में हुई वार्ता, किसानों को चक्रवृद्धि ब्याज मंजूर Meerut: गंगानगर योजना के अतिरिक्त मुआवजे पर मंजूरी के बाद एमडीए ने बुधवार को किसानों की बैठक बुलाई। बैठक के दौरान किसानों ने चक्रवृद्धि ब्याज को लेकर एमडीए के सामने विरोध दर्ज कराया। इस पर एमडीए की ओर से जवाब आया कि यदि मुआवजा नीति का निस्तारण शताब्दीनगर की तर्ज पर हुआ है तो नियम और शर्ते भी वहीं की लागू की जाएंगी। क्या है चक्रवृद्धि ब्याज का गणितख्00ख् में गंगानगर योजना का समझौता हुआ था, जिसमें किसानों को ख्क्0 रुपए मिलना था। अब किसानों की मांग के अनुरूप एमडीए ने गंगानगर योजना में ख्0क्क् के रेट पर मुआवजा तय किया है। अब एमडीए का मत है कि अवार्ड डेट ख्00ख् से ख्0क्क् तक ख्क्0 पर नौ फीसदी का ब्याज लेगा, जिस पर किसानों ने हामी भरते हुए एमडीए की शर्त को मंजूर कर लिया।
मुआवजा के बदले विकसित जमीनबैठक में यह निर्णय लिया गया कि गंगानगर के किसानों को भी शताब्दी नगर योजना की तर्ज पर ही मुआवजा दिया जाएगा। धन अभाव के चलते एमडीए ने किसानों को ख्0क्क् के रेट पर विकसित जमीन देने की पेशकश की, जिसको किसानों ने स्वीकार कर लिया।
योजनाओं को लगेंगे पंख पिछले ख्8 सालों से मुआवजा विवाद को लेकर किसान किसी भी योजना में विकास कार्य नहीं होने दे रहे थे, जिसके चलते गंगानगर, लोहियानगर व वेदव्यासपुरी योजना चौपट पड़ी हुई थी। अब किसानों के साथ हुए मुआवजा समझौते के बाद जहां योजनाओं को पंख लग सकेंगे, वहीं योजनाओं के आवंटियों को भी उनके भूखंड प्राप्त होंगे। इस मौके पर एमडीए सचिव सौम्य श्रीवास्तव, तहसीलदार मांगेराम चौहान, चीफ इंजीनियर एससी मिश्रा आदि मौजूद रहे।