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PATNA : कैसा आदेश, कौन सा आदेश. आपको मीट खाने का मन है तो पैसे दीजिए और ले जाइए. बुधवार को महावीर जयंती पर डीएम के आदेश की खुलेआम अवहेलना नगर निगम के कर्मचारियों ने की और बोरिंग रोड के इलाके में पैसे लेकर मांस की बिक्री करवाई. दरअसल, बुधवार को महावीर जयंती पर डीएम ने आदेश दिया था कि पटना जिले में मांस-मछली की बिक्री नहीं होगी. जिलाधिकारी कुमार रवि ने वरीय पुलिस अधीक्षक, नगर आयुक्त, सभी नगर पुलिस अधीक्षक, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण, अपर जिला दंडाधिकारी विधि-व्यवस्था, प्रभारी दंडाधिकारी जिला नियंत्रण कक्ष एवं सभी अनुमंडलाधिकारी को निर्देश दिया था कि बुधवार को मांस, मछली की दुकानें एवं सभी प्रकार की पशु वधशालाएं पूर्ण रूप से बंद रहेंगी. इस आदेश का कठोरतापूर्वक अनुपालन कराया जाए. जब दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने आदेश की सत्यता जानने की कोशिश की ये चौंकाने वाली जानकारी मिली. बोरिंग कैनाल रोड स्थित मंडी में मीट और मछली की बिक्री हुई. निगमकर्मी ही कमीशन के लिए मीट बेचने में कारोबारियों की मदद कर रहे थे.

निगमकर्मी ही कर रहे

थे सेल

बोरिंग कैनाल रोड स्थित मंडी में जैसे ही पटना नगर निगम की टीम पहुंची तो दुकानों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया. टीम के जाने के बाद निगम के दो कर्मियों के सहयोग से मीट और मछली बिक्री शुरू हो गई.

निगमकर्मी, दुकानदार और के रिपोर्टर के बीच बातचीत के अंश.

रिपोर्टर - मीट मिल जाएगा क्या?

दुकानदार - मिल जाएगा.

रिपोर्टर - आज बंदी है फिर आपलोग दुकान कैसे खोले हैं?

कर्मी - हमलोग रेड करते हैं इसलिए कोई दिक्कत नहीं है.

रिपोर्टर - मटन का रेट क्या?

कर्मी - 800 रुपए प्रति किलो.

रिपोर्टर - इतना महंगा क्यों?

दुकानदार - आज बंदी का दिन है.

रिपोर्टर - तो डबल रेट लेंगे क्या?

दुकानदार - निगमकर्मी को भी कमीशन देना पड़ेगा इसलिए डबल रेट ले रहे हैं.

रिपोर्टर - कुछ होगा तो नहीं?

कर्मी - साहब छापा मारकर चले गए है, निश्चिंत होकर जाइए.

मजाक बना डीएम का आदेश

भगवान महावीर के जयंती पर पूर्ण निरामषि दिवस के रुप में मनाने के लिए डीएम कुमार रवि ने नोटिफिकेशन जारी किया था. जिसमें कहा गया था कि पटना सहित पूरे जिले में वधशालाएं, मीट और मछली की दुकानें बुधवार को बंद रहेगी. इसके लिए कई इलाकों में छापेमारी हुई. छापे के बाद खुलेआम वधशालाएं खोल दी गई.

Posted By: Manish Kumar