Bareilly : कैंपस में मिसकंडक्ट और रैगिंग करने पर लगाए गए जुर्माने का विरोध रुहेलखंड मेडिकल कॉलेज के स्टूडेंट्स को सस्पेंड होकर भुगतना पड़ा. कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन ने मिसबिहेव करने वाले 7 स्टूडेंट्स पर जुर्माना ठोका था जिसका स्टूडेंट्स ने तगड़ा विरोध किया. सजा के खिलाफ आवाज उठाने को कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन ने स्टूडेंट्स का मिसबिहेव मानते हुए उन पर 25 हजार रुपए का अलग से जुर्माना लगाया. साथ ही उन्हें कॉलेज कैंपस से 6 महीने और हॉस्टल्स से साल भर के लिए सस्पेंड भी कर दिया. इससे भड़के स्टूडेंट्स और उनके परिजनों के साथ ही ट्यूजडे को कॉलेज के अन्य सैकड़ों स्टूडेंट्स भी लामबंद हो गए. दिन भर चले हंगामे और विरोध के बाद कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन ने सस्पेंशन वापस लिया. इसके बाद ही मामला शांत हुआ.


संस्पेशन कैंसिल न करने पर भड़के बाकी स्टूडेंट्सपीलीभीत बाईपास स्थित रुहेलखंड मेडिकल कॉलेज में स्टूडेंट्स के विवाद में कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन ने 7 स्टूडेंट्स पर जुर्माना लगाया था। जिसके खिलाफ इन स्टूडेंट्स के साथ ही उनके परिजनों ने ट्यूजडे को कॉलेज में विरोध जताया। परिजनों ने कॉलेज के डीन और प्रिसिंपल डॉ। कश्मीर सिंह से स्टूडेंट्स का सस्पेंशन वापस लेने की अपील की। जिसे डीन ने साफ मना कर दिया। कॉलेज में इसकी खबर लगते ही बाकी स्टूडेंट्स में भी नाराजगी फैल गई। कई सीनियर बैच के स्टूडेंटस अपनी क्लासेज छोड़ डीन ऑफिस के बाहर विरोध में खड़े हो गए। सभी ने कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन पर डिसिप्लिन के नाम पर अपनी मनमानी करने का आरोप लगाया।दवाब पर 25 सितंबर तक सस्पेंशन पर झुका एडमिनिस्ट्रेशन
सस्पेंड स्टूडेंट्स के परिजन भी अपने मांगों के फेवर में आए सैकड़ों स्टूडेंट्स को देख एक बार फिर डीन से मिले। काफी बहस और हंगामे के बाद स्टूडेंट्स और परिजनों के दवाब में डीन ने 25 सितंबर तक ही सभी 7 स्टूडेंट्स का सस्पेंशन किए जाने पर सहमति जताई। लेकिन स्टूडेंट्स के हॉस्टल में रहने की बात पर डीन ने परिजनों से वार्डन और मैनेजमेंट से बात करने को कहा। इससे परिजन एक बार फिर नाराज हो गए। जिसके बाद शाम 4 बजे तक स्टूडेंट्स और परिजन डीन ऑफिस के बाहर ही बैठे रहे। शाम चार बजे जैसे ही डीन ऑफिस से बाहर निकले स्टूडेंट्स और उनके परिजनों ने डीन को फिर घेर लिया। इस पर डीन ने उनसे फिर सस्पेंड स्टूडेंटस को 25 सितंबर से अपनी पढ़ाई शुरू करने को कहा। BCB स्टूडेंट लीडर्स भी कूदे विरोध मेंमेडिकल कॉलेज के स्टूडेंट्स को सस्पेंड किए जाने और इससे हुए हंगामे की खबर बीसीबी तक पहुंच गई। इन स्टूडेंट्स की हेल्प को बीसीबी के स्टूडेंट लीडर्स भी मौके पर पहुंच गए। स्टूडेंट्स लीडर्स ने कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन से स्टूडेंट्स का उत्पीडऩ न किए जाने को कहा। साथ ही स्टूडेंट्स के सस्पेंशन की अवधि कम किए जाने की मांग पर डीन ऑफिस में तीखी बहस की।'पूरा मामला स्टूडेंटस का आपसी विवाद ही है। कॉलेज में रैगिंग जैसा कोई इश्यू नहीं है। किसी भी स्टूडेंट्स का सस्पेंशन नहीं किया गया है। हंगामें में शामिल सेकेंड ईयर के कुछ स्टूडेंट्स को चेतावनी जरूर दी गई है। स्टूडेंटस पर फाइन क्लास से गायब रहने पर लगाया गया है.'-डॉ। कश्मीर सिंह, डीन, रुहेलखंड मेडिकल कॉलेज

Posted By: Inextlive