RANCHI : मेडिकल हब बनने की राह पर रांची एक कदम और आगे बढ़ रहा है। अगर सबकुछ ठीक ठाक रहा तो मार्च महीने से इटकी स्थित मेडिको सिटी में राज्य का दूसरा सबसे बड़ा हॉस्पिटल शुरु हो जाएगा। यहां 500 बेड पर मरीजों को इलाज की अत्याधुनिक सुविधाएं मिलेंगी। इस हॉस्पिटल का संचालन पीपीपी मोड पर किया जाएगा। इस बाबत कंपनियों के सेलेक्शन की प्रक्रिया अंतिम दौर में है। मेडिको सिटी में सुपर स्पेशियलिटी सेंटर के साथ-साथ मेडिकल कॉलेज, नर्सिग कॉलेज, फार्मास्यूटिकल कॉलेज और आयुष मेडिकल कॉलेज समेत कई और संस्थान होंगे।

मांगा गया फाइनेंशियल बीड

हेल्थ डिपार्टमेंट की ओर से मेडिको सिटी को शुरु करने की कवायद ने रफ्तार पकड़ ली है। एनआरएचएम झारखंड के डायरेक्टर कृपानंद झा ने बताया कि इसके संचालन को लेकर टेक्निकल कमिटी के समक्ष तीन कंपनियों ने बोली लगाई थी। इसमें फरीदाबाद स्थित एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, बेंगलुरु स्थित श्री श्री आयुर्वेदिक कॉलेज ऑफ आयुर्वेदिक साइंस एंड रिसर्च हॉस्पिटल और कोल्लम केरल बेड मेडिट्रिना ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स शामिल थी। इसमे श्री श्री आयुर्वेदिक कॉलेज ऑफ आयुर्वेदिक साइंस एंड रिसर्च अब रेस से बाहर हो चुकी है। अब दो कंपनी बची हैं इन्ही में से एक कंपनी को अस्पताल चलाने की जिम्मेवारी दी जाएगी। इस बाबत दोनों कंपनियों से फाइनेंशियल बीड मांगा गया है।

हो चुका टेक्निकल इवैल्यूशन

मेडिको सिटी के लिए कंसलटेंट के रूप में काम करने वाले एजेंसी अर्नेस्ट एंड यंग के द्वारा टेक्निकल इवैल्युशन का काम पिछले सप्ताह पूरा कर लिया गया है। अब सेलेक्टेड समूहों के लिए प्रस्ताव आरएफ पी के लिए भेजा जाएगा। कंपनियों द्वारा जो फाइनेंशियल डिटेल्स उपलब्ध कराया जाएगा। फिर उसकी बेसिस पर ही एग्रीमेंट का काम पूरा किया जाएगा।

पीपीपी मोड पर होगा संचालन

मेडिको सिटी का संचालन पीपीपी मोड पर किया जाएगा। यह 70 एकड़ में डेवलप किया जाएगा। इसपर 918.20 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। स्वास्थ्य विभाग जमीन उपलब्ध करायेगा, जबकि पूंजी निवेश निजी कंपनियों को करना होगा। बदले में सरकार 30 प्रतिशत मरीजों का इलाज अपनी निर्धारित दरों पर करायेगी। वहीं, मेडिकल सीटों में भी 30 प्रतिशत सीट राज्य सरकार अपने लिए आरक्षित कराने की शर्त रखी है। सरकार इसे पूर्वी भारत का मेडिकल हब के रूप में विकसित करना चाहती है।

क्या-क्या मिलेंगी फैसिलिटीज

1-500 बेड का हॉस्पिटल

27 एकड़ में सुपर स्पेशियालिटी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल होगा। यहां 500 बेड पर मरीजों के इलाज की व्यवस्था होगी। इसमें 30 प्रतिशत बेड झारखंड सरकार द्वारा चयनित मरीजों के इलाज के लिए रिजर्व होगा, जबकि दूसरे राज्य के मरीजों को बाजार दर पर मिलेंगी

2-मेडिकल कॉलेज

मेडिको सिटी में स्थित मेडिकल कॉलेज में सौ सीटों पर एडमिशन लिया जाएगा। इसमें 30 प्रतिशत सीटें स्टेट कोटे के तहत आरक्षित रहेंगी। छह वषरें तक सरकार राजस्व का पांच प्रतिशत लेगी और इसके बाद 10 प्रतिशत लेगी।

3-नर्सिग कॉलेज

यहां 20 एकड़ में मेडिकल एजुकेशन हब नर्सिंग कॉलेज भी खुलेगा। इसमें बीएससी नर्सिंग में 100 सीट, एएनएम में 30 सीट, जीएनएम में 40 सीट, एमएससी नर्सिंग में 30 सीटें होंगी।

4-फार्मास्यूटिकल कॉलेज

मेडिको सिटी में फार्मास्यूटिकल कॉलेज भी खोला जाएगा। यहां बी फ ार्मा में 60 सीट और एम फ ार्मा में 30 सीटें होंगी।

5-सुपर स्पेशियलिटी सेंटर

15 एकड़ में सुपर स्पेशियालिटी सेंटर भी बनाया जाएगा। सिमें कार्डियिक के लिए 100 बेड, डायबिटिक सेंटर के लिए 30 बेड, सेंटर फ ॉर क्रोनिक रेसपिराटरी डिजीज के लिए 50 बेड, ड्रग रिहैब के लिए 30 बेड होगा।

6-आयुष मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल

6.4 एकड़ में आयुष मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल भी मेडिको सिटी में होगा। यह 50 सीट और 100 बेड का होगा। 30 प्रतिशत सीटें स्टेट कोटा के लिए आरक्षित होंगी 30 प्रतिशत बेड भी झारखंड के मरीजों के लिए आरक्षित होगा।

Posted By: Inextlive