कश्‍मीर के पूर्व मुख्‍यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद के निधन के दो महीने बाद पीडीपी फिर से कश्‍मीर में भाजपा के साथ गठबंधन कर कश्‍मीर में सरकार बनाने को तैयार हो गई है। पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कश्‍मीर में भाजपा के साथ सरकार बानाने के संकेत दिए हैं। इससे पहले पीडीपी ने भाजपा के 25 सदस्यों के साथ मिलकर मुफ्ती मोहम्मद सईद के नेतृत्व में 10 महीने तक गठबंधन सरकार चलायी थी।


महबूबा ने दिए भाजपा के साथ सरकार बनाने के संदेशपीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने दो महीने की अनिश्चतता की स्थिति के बाद आज भाजपा के साथ सरकार बनाने को लेकर आगे बढ़ने के संकेत दिये है। उन्होंने कहा कि उन्हें इसको लेकर होने वाली आलोचनाओं का डर नहीं है। वह चाहती हैं कि केंद्र संकेत दे कि वह जम्मू कश्मीर के लोगों के कल्याण के लिए सब कुछ करेगा। महबूबा ने इसके साथ ही पाकिस्तान के प्रति शांति प्रयास करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की जिसमें प्रधानमंत्री की लाहौर यात्री भी शामिल थी।  सईद का सात जनवरी को अचानक निधन हो गया।राज्यपाल से मिली महबूबा


महबूबा मुफ्ती ने अपने भाषण के कुछ घंटे बाद ही राज्यपाल एन एन वोहरा से एक घंटे तक मुलाकात की। इस मुलाकत में उन्होंने राजनीतिक मुद्दों एवं राज्य की विभिन्न चुनौतियों पर चर्चा की जहां गत आठ जनवरी से राज्यपाल शासन लगा हुआ था। महबूबा ने राज्यपाल वोहरा से मुलाकात करने से पहले अपने दिवंगत पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद को याद करते हुए कहा कि उन्होंने भाजपा के साथ एक पार्टी के तौर पर हाथ नहीं मिलाया था बल्कि वह गठबंधन केंद्र सरकार और जम्मू कश्मीर के लोगों के बीच था। उस गठबंधन का उद्देश्य राज्य के लोगों की भलाई था।कश्मीर के लिए मेरे पिता ने नहीं की पार्टी की परवाह महबूबा ने अपनी पार्टी के सदस्यता अभियान की यहां शुरूआत करते हुए कहा कि हमारे लिए मेरे पिता द्वारा किये गये निर्णय से यदि उस उद्देश्य और उस आकांक्षा की पूर्ति होती है तो मुझे इस बात की परवाह नहीं कि लोग मुझ पर भाजपा के साथ आगे बढ़ने का आरोप लगाते हैं। चाहे उन्हें अच्छा लगे या बुरा। यदि लोगों को लाभ होता है तो मैं भाजपा के साथ गठबंधन करने को तैयार हूं। इसमे कोई और बात नहीं। उन्होंने कहा जब लोगों के हित का सवाल आया तो मेरे पिता ने पार्टी की कभी परवाह नहीं की। वह सब कुछ से उपर उठे और लोगों के कल्याण के लिए भाजपा के साथ हाथ मिलाया।मुख्यमंत्री बनना होगी सम्मान की बात

महबूबा ने कहा कि मैं कोई हठी महिला नहीं हूं। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी के नेता सरकार गठन चाहते हैं लेकिन वह ऐसा तभी करेंगी जब उन्हें महसूस होगा कि गठबंधन से वृहद उद्देश्य की पूर्ति हो गई है। यदि भाजपा के साथ गठबंधन का उद्देश्य पूरा होता है तो उन्हें सरकार बनाने में कोई आपत्ति नहीं है। यदि केन्द्र ऐसा संकेत देते हैं कि जम्मू कश्मीर के लोगों के कल्याण के लिए केन्द्र सब कुछ करेगा। ये एक ऐसा बड़ा देश है जिसका खजाना कभी खाली नहीं होगा। उन्होंने कहा यदि मुझे कभी भी यह महसूस होगा कि केंद्र के हृदय में जम्मू कश्मीर के लोगों के लिए जगह और एक रूपरेखा जो हमने बनायी है और वे उसमें रंग भरने को तैयार हैं तो मुझे इस राज्य की मुख्यमंत्री बनने में कोई हिचकिचाहट नहीं होगी बल्कि वह एक सम्मान की बात होगी।तो मैं सरकार के गठन के लिए तैयार नहीं87 सदस्यीय जम्मू कश्मीर विधानसभा में महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी के 27 विधायक हैं। उन्होंने कहा कि यदि केन्द्र द्वारा किए गए वादे पूरे नहीं होते हैं तो सरकार गठन का मतलब यह होगा कि चुनाव से पांच वर्ष के लिए दूर रहेंगे तब वह मुख्यमंत्री बनने को तैयार नहीं होंगी। महबूबा ने कहा यदि मुझे लगेगा कि केन्द्र के वादे केवल खोखले हैं और उससे कुछ भी नहीं निकलेगा तो मै सरकार के गठन के लिए तैयार नहीं हें। उन्होंने कहा कि हमारे विधायक मंत्री बनेंगे और हमें चार-पांच सालों तक चुनावों का सामना नहीं करना होगा।

Posted By: Prabha Punj Mishra