-कुंभ मेला के लिए भूमि आवंटन का हुआ श्रीगणेश

-त्रिवेणी मार्ग पर गंगा के उस पार एक साथ दिखेगा अखाड़ों का वैभव

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PRAYAGRAJ: संगम की रेती पर डेढ़ महीने के बाद आयोजित होने जा रहे कुंभ मेला के लिए भूमि आवंटन की प्रक्रिया का श्रीगणेश हो चुका है। आवंटन की प्रक्रिया की शुरुआत अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अन्तर्गत आने वाले देशभर के 13 अखाड़ों को भूमि आवंटित करने के साथ कर दी गई है। परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरि व मेलाधिकारी विजय किरण आनंद की देख-रेख में दर्जनों संत-महात्माओं की मौजूदगी में सेक्टर सोलह में त्रिवेणी मार्ग पर गंगा नदी के उस पार एक के साथ एक क्रम में अखाड़ों को 85 बीघा भूमि आवंटित की गई है।

परिषद ने मांगी और जमीन

गंगा नदी के उस पार भले ही सभी अखाड़ों को शुक्रवार को भूमि आवंटित कर दी गई हो लेकिन अखाड़ा परिषद ने मेला प्रशासन से और अधिक जमीन देने की मांग की है। परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरि ने बताया कि आवंटन अभी पूरी तरीके से नहीं किया गया है। संगम लोअर मार्ग पर जमीन दी जानी चाहिए।

संस्थाओं के लिए तिथि होगी निर्धारित

मेला प्रशासन द्वारा शुक्रवार को अखाड़ों को भूमि आवंटित कर दी गई है लेकिन संस्थाओं को भूमि आवंटित करने के लिए उन्हें एक-एक करके अलग-अलग तिथियों में बुलाया जाएगा। प्रशासन से जुड़े अधिकारियों की मानें तो एक या दो दिन में संस्थाओं को दी जाने वाली भूमि के लिए तिथियों की घोषणा की जाएगी।

गंगा मइया से की प्रार्थना

जहां एक तरफ भूमि आवंटन की प्रक्रिया शुरू की गई। वहीं परिषद के महामंत्री महंत हरी गिरि की अगुवाई में संत-महात्माओं ने विधि-विधान से वैदिक मंत्रोच्चार के बीच आवंटित भूमि का पूजन अर्चन किया। संतों ने पूजन-अर्चन के जरिए गंगा मइया से कुंभ मेला के सकुशल सम्पन्न होने की प्रार्थना की। इस मौके पर महंत आशीष गिरि, महंत प्रेम गिरि, महंत आकाश पुरी सहित अखाड़ा परिषद के दर्जनों पदाधिकारी मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive