प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने एमईएस के कान्ट्रैक्टर मोहम्मद आरिफ को सौंपा था अक्षयवट और सरस्वती कूप की सुरक्षा व सौंदर्यीकरण का कार्य

महत्वपूर्ण तथ्य

22 नवंबर को कान्ट्रैक्टर मो। आरिफ ने दोनों धार्मिक स्थलों पर रेलिंग लगाने का काम शुरू कराया।

2.25 करोड़ की लागत से अक्षयवट और सरस्वती कूप के इर्द-गिर्द कार्य कराने के लिए मेला प्राधिकरण ने सौंपी थी जिम्मेदारी।

90 कारीगर सुबह सात बजे से लेकर देर रात ग्यारह बजे तक कार्य करते थे।

18 टन स्टील की रेलिंग लगाई गई है दोनों धार्मिक व ऐतिहासिक स्थलों के इर्द-गिर्द।

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PRAYAGRAJ: सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अक्षयवट को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया। इन दोनों ऐतिहासिक व धार्मिक महत्व के स्थलों को सुरक्षित रखने और सौंदर्यीकरण का कार्य एमईएस के कान्ट्रैक्टर मोहम्मद आरिफ ने पूरा किया है। उनकी कार्य कुशलता के आधार पर और सेना के अधिकारियों द्वारा कहने पर उन्हें यह जिम्मेदारी प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने सौंपी थी। इसे उन्होंने चैलेंज के रूप में स्वीकार किया और पचास दिनों के भीतर पूरा करके दिखा दिया।

लगा है टफन ग्लास

सरस्वती कूप के ऊपर विशेष रूप से टफन ग्लास लगाई गई है। इस ग्लास की खासियत यह है कि इस पर पत्थर भी गिर जाए तो भी ग्लास को जरा सा भी नुकसान नहीं पहुंच सकता।

यह कार्य जब मेला प्राधिकरण ने मुझे सौंपा तो वह बहुत ही चैलेंजिंग था। सेना के साथ लम्बे समय से ऐसे कार्यो का अनुभव था तो इस कार्य के लिए सेना के अधिकारियों ने पूरा भरोसा किया। 90 कारीगरों के साथ पचास दिनों में अक्षयवट व सरस्वती कूप को सुरक्षित करने का कार्य पूरा कराया जा सका।

-मो। आरिफ, एमईएस कान्ट्रैक्टर

बारह घंटे मुस्तैद रहेगी डॉक्टरों की टीम

जब तेरह जनवरी से अक्षयवट के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को अवसर दिया जाएगा तो उनके स्वास्थ्य की देखभाल के लिए परिसर के भीतर ही डॉक्टरों की एक टीम भी मौजूद रहेगी। एडी हेल्थ डॉ। एके पालीवाल के निर्देश पर डॉ। सतीश, डॉ। त्यागी, डॉ। मोहित व डॉ। एके शुक्ला मेला की अवधि में रहेंगे। जबकि फार्मासिस्ट के रूप में शोभा तिवारी, विमला शरणा व अरविंद सिंह की तैनाती की गई है। चारों डॉक्टर और तीन फार्मासिस्ट दस जनवरी से लेकर चार मार्च तक परिसर में सुबह आठ बजे से लेकर रात आठ बजे तक श्रद्धालुओं की देखभाल के लिए मुस्तैद रहेंगे।

Posted By: Inextlive