60 and 70 का तराना कभी होगा न पुराना
किशोर कुमार, लता मंगेशकर, मो। रफी, आशा भौसले या फिर मन्ना डे जैसे ग्रेट सिंगर्स। न तो ये गाने कभी पुराने हो सकते हैं और न ही इन सिंगर्स की आवाज का जादू कभी कम होने वाला है। लेट सिक्सटीज और सेवेंटीज के गाने आज भी काफी पॉपुलर हैं और सबसे खास बात यह है कि इनकी पॉपुलेरिटी यंगस्टर्स में सबसे ज्यादा है। यकीन नहीं आता तो आप अपने बच्चों के लैपटॉप या फिर मोबाइल के म्यूजिक फाइल को सर्च कर लें। उस एरा के म्यूजिक की पॉपुलेरिटी को इसी से समझा जा सकता है कि सिटी में टोटल म्यूजिक एलबम के सेल में लगभग 70 परसेंट सिक्सटीज और सेवेंटीज के म्यूजिक एलबम की बिक्री होती है।
80% buyers 18 से 25 साल age group के
आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि लेट सिक्सटीज और सेवेंटीज के म्यूजिक एलबम खरीदने वालों में 18-25 साल एज ग्रुप के यंगस्टर्स की संख्या करीब 80 परसेंट है। यानी उस एरा के म्यूजिक का जादू सिटी के यंगस्टर्स के सिर चढक़र बोल रहा है। फेवरेट सिंगर्स की बात करें तो यंगस्टर्स में किशोर कुमार का क्रेज सबसे ज्यादा है। इनके अलावा लता मंगेशकर, आशा भौसले, मन्ना डे, मो। रफी और मुकेश के गाने भी इनके बीच पॉपुलर हैं। बिष्टुपुर स्थित रिदम म्यूजिक हाउस के ओनर बिरजू महतो कहते हैं कि यंगस्टर्स किशोर कुमार के गाने सबसे ज्यादा लाइक करते हैं। किशोर दा के साथ लता मंगेशकर के गानों का एलबम हो तो फिर क्या कहना।
लेट सिक्सटीज और सेवेंटीज में वैसे तो कई टेलेंटेड म्यूजिक डायरेक्टर्स ने अपनी मजबूत प्रजेंस दर्ज कराई थी, लेकिन जो बात आरडी बर्मन में थी वह न तो उस दौर के किसी म्यूजिक डायरेक्टर में था और न ही आज के किसी म्यूजिक डायरेक्टर में है। ये कहना है साकची की रहने वाली निहारिका का। वह कहती हैं कि न सिर्फ उनके पैरेंट्स और उन्हें आरडी बर्मन के कंपोज किए हुए गाने पसंद हैं, बल्कि उनका छोटा भाई जिसकी उम्र अभी सिर्फ 10 साल है वह भी उनके गानों का दीवाना है। आरडी बर्मन के अलावा जिन म्यूजिक डायरेक्टर्स के गाने आज भी पॉपुलर हैं उनमें, कल्याणजी-आनंदजी, शंकर-जयकिशन, राजेश रोशन, एसडी बर्मन, खय्याम और लक्ष्मीकांत प्यारेलाल शामिल हैं।'हमारे यहां सिक्सटीज और सेंवेंटीज के म्यूजिक एलबम्स की सेल काफी है। इसे खरीदने वाले ज्यादातर यंगस्टर्स होते हैं। किशोर और पंचम दा का तो इनपर जादू छाया रहता है.'
- बिरजू महतो, ओनर, रिदम हाउस, बिष्टुपुर
'हर दौर में म्यूजिक चेंज होता है और नए सिंगर्स को सुनने का मौका मिलता है पर सिक्सटीज और सेंवेंटीज में जिन म्यूजिक डायरेक्टर्स और सिंगर्स ने जादू चलाया वह कभी खत्म नहीं होगा.'
- कैसर, बिष्टुपुर
- निहारिका, साकची
'किशोर कुमार, लता मंगेशकर, आशा भौंसले, मो। रफी, मन्ना डे। ये कुछ ऐसे नाम हैं जिनके बारे में सुनकर ही मन में उनके प्रति रिस्पेक्ट आता है। उन्होंने जो गाया है वह कोई और गा नहीं सकता। यही वजह है कि सिक्सटीज और सेंवेंटीज का म्यूजिक आज भी इतना पॉपुलर है.'
- स्नेहा, मानगोReport by: amit.choudhary@inext.co.in