- 70 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ जाती है मेमोरी बूस्टर्स की बिक्री

- पेरेंट्स खुद ही खरीद लेते हैं या डॉक्टर्स से पूछते हैं

- बोर्ड एग्जाम्स से पहले डिमांड रहती हैं इन दवाओं की

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AGRA। डॉक्टर साहब ऐसा कोई सिरप दीजिए, जिससे इससे दिमाग बहुत तेज हो जाएजो याद करे, वो भूले नाबोर्ड एग्जाम्स में टॉप करेऐसी कोई दवा बताएं, जिससे इसमें कमजोरी ना रहे और इसका दिमाग कंप्यूटर की तरह तेज चले। यह वो डिमांड्स हैं, जो इन दिनों हर उस पेरेंट्स की तरफ से आ रही हैं, जिनके बच्चे बोर्ड एग्जाम्स में बैठने वाले हैं। अपने बच्चों को टॉप कराने और उनकी याददाश्ता को बढ़ाने के लिए पेरेंट्स हर संभव प्रयास कर रहे हैं।

याददाश्त बढ़ाने की ले रहे दवाएं

बोर्ड एग्जाम्स में बच्चों को काफी पढ़ाई करनी पड़ती है। अपनी इज्जत के साथ ही अपने स्कूल की नाक भी बचानी होती है। इसके लिए उसके ऊपर काफी प्रेशर होता है। इस प्रेशर को झेलने की क्षमता हर किसी बच्चे में नहीं होती है। वो बीमार होने लगता है। याद किया हुआ भूलने लगता है। इन्हीं दिक्कतों को दूर करने के लिए बोर्ड एग्जाम्स से पहले पेरेंट्स अपने बच्चों के लिए ऐसे सिरप या दवाएं ले रहे हैं, जिनसे उनके बच्चों की याददाश्त तेज हो जाए और वो कुछ भूले नहीं।

बढ़ गई है ऐसी दवाओं की बिक्री

बोर्ड एग्जाम्स आते ही हर साल ऐसी दवाओं की बिक्री काफी बढ़ जाती है। पेरेंट्स इन दवाओं की खरीद के लिए खुद ही कैमिस्ट से या डॉक्टर्स से संपर्क करते हैं। उनसे इन दवाओं के नाम पूछते हैं। कैमिस्ट एसोसिएशन के महासचिव पुनीत कालरा ने बताया कि आम दिनों में मेमोरी बढ़ाने वाली दवाओं की सेल क्0 से क्भ् परसेंट की होती है। लेकिन बोर्ड एग्जाम्स से पहले इनकी बिक्री में 70 से 80 प्रतिशत का इजाफा हो जाता है।

इन दवाओं की रहती है डिमांड

प्रोमेक्टिन, मेमोरी प्लस कैप्सूल, शंखपुष्पी, ब्रह्मी कैप्सूल आदि वो दवाएं हैं, जिनकी इन दिनों काफी डिमांड रहती है। जानकारों ने बताया कि हर उस चीज की डिमांड बढ़ जाती है, जिसमें ब्रह्मी होती है। आयुर्वेद दवाओं में ही याददाश्त बढ़ाने के लिए सिरप या दवाएं आती हैं। ऐसे में एग्जाम्स से पहले इन दवाओं की बिक्री में अच्छा-खासा इजाफा हो जाता है।

लोग बिना पूछे भी ले लेते हैं दवाएं

मेडिकल स्टोर के संचालक आशु शर्मा ने बताया कि इन दिनों हर उस सिरप या दवा की मांग बढ़ जाती है, जो बच्चों की याददाश्त बढ़ाने में सहयोग करे। इसके लिए पेरेंट्स प्रोटीन सिरप की खरीददारी भी करते हैं। लेकिन कई बार पेरेंट्स बिना डॉक्टर्स से पूछे इन दवाओं को खरीद कर ले जाते हैं। ना ही उनके डोज की जानकारी लेते हैं और ना ही उनके साइड इफेक्ट्स की, बस बच्चों को पिलाना शुरू कर देते हैं।

शंखपुष्पी गर्मियों में फायदेमंद

आमतौर पर गर्मियों में वैद्यनाथ के शंखपुष्पी की डिमांड बढ़ ही जाती है। इसको पीने से शरीर में ठंडक रहती है। यह सिरप बच्चों को गर्मियों में ही देना चाहिए। सर्दियों में इसके सेवन से ठंड लगने का खतरा होता है।

इन फूड प्रोडक्ट्स से भी होता है फायदा

- आलू

- पालक

- संतरा

- गाजर

- दूध

- घी

- बादाम

'ऐसी कोई दवा नहीं आती है जो याददाश्त को बढ़ा सके। यह पेरेंट्स के दिमाग की उपज है। हमारे पास भी ऐसे कई पेरेंट्स आते हैं, जो बच्चों के लिए ऐसी दवाएं पूछते हैं। लेकिन हम किसी भी दवा को रिकमंड नहीं करते हैं। बच्चे की खुराक और नींद पर ध्यान दें तो उसकी याददाश्त अपने-आप बढ़ जाएगी.'

- डॉ। रविंद्र भदौरिया, पीडियाट्रिक्स

'बच्चे को दवाओं की नहीं वातावरण की जरूरत होती है। पर यह सच है कि एग्जाम्स से पहले मेरे पास पेरेंट्स की कई क्वेरीज आती है, जो अपने बच्चों के लिए इस तरह के मेमोरी बूस्टर्स की डिमांड करते हैं। उनके नाम पूछते हैं.'

- डॉ। केसी गुरनानी, साइकेट्रिस्ट

'बोर्ड एग्जाम्स से पहले हर साल इस तरह के मेमोरी बूस्टर्स की डिमांड बढ़ जाती है। मार्केट में इस समय 70 से 80 प्रतिशत इन दवाओं की बिक्री बढ़ जाती है। चूंकि यह ओटीसी ड्रग है, इसलिए इसे खरीदने के लिए किसी डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन की जरूरत भी नहीं होती है.'

- पुनीत कालरा, महासचिव, कैमिस्ट एसोसिएशन

Posted By: Inextlive