Facts from the survey of The Sunday Telegraph & The science daily revealed some basic traits of men & women nature & habits.


Men related problems

Problem 1: Men don’t say ‘I love you’ easily
The Sunday Telegraph की ओर से हुए एक सर्वे में पता चला कि मेन ‘आई लव यू’ आसानी से नहीं बोलते, उनके कम्पैरिजन में वुमन ये बात ईजिली कह लेती हैं. ऑन ऐन एवरेज मेन इन्हें बोलने में लगभग 6-7 महीने लेते हैं. सर्वे में एक ये खास बात सामने आई कि मेन ‘आई लव यू’ बोलने के बाद उसे बार-बार बोलना पसंद नहीं करते.

Problem 2: Men are tone sensitive
साइकियाट्रिस्ट डॉक्टर विपुल सिंह इस बात से पूरी तरह सहमत हैं. वह कहते हैं, ‘मेन के केस में इमोशनल अटैचमेंट से ज्यादा फिजिकल अटैचमेंट का रोल होता है. यही वजह है कि उनके लिए कौन क्या कह रहा है से ज्यादा इम्पॉर्टेंट है कि वह कैसे कह रहा है. उन्हें बात का मतलब समझने से ज्यादा उसके टोन से मतलब होता है.’
title="Men from mars wome from Venus" alt="Men from mars wome from Venus" src="https://img.inextlive.com/inext/inext/Inext_p_lrel_men&women.jpg">
Problem 3: They do look at other women
The science daily for inetrpersonal personal relationship की एक रिसर्च में सामने आया कि मेन की डेविएशन पॉवर वुमन के कम्पैरिजन में कई गुना ज्यादा होती है. अगर कोई लेडी उन्हें अट्रैक्ट कर रही है तो उनके बे्रन नव्र्स चाहकर भी उनकी आंखें उस वुमन से नहीं हटा सकतीं. उनकी स्टेयरिंग पॉवर जबरदस्त होती है. वह किसी भी वुमन को लगातार घंटों तक देख सकते हैं.

Problem 4: They don't like jokes about their hair loss
इंटीरियर डिजाइनिंग का काम कर रही शमिता शुक्ला को इस फैक्ट का अंदाजा हो चुका है. वह बताती हैं, ‘पिछले कुछ वक्त से अमय (उनके हसबैंड) के बाल काफी झडऩे लगे हैं. कुछेक बार तो ठीक था लेकिन अब मैं उसे ये याद दिलाऊं तो वह नाराज हो जाता है.’ रीजन अब सब जान चुके हैं.

Women related problems
Problem 1: Women like hearing ‘I love you’ frequently
The Sunday Telegraph के सर्वे ने रिवील किया कि वुमन भले ही इस बात को बोलने में मेन से ज्यादा टाइम लेती हैं लेकिन अगर एक बार वह अपनी फीलिंग्स एक्सप्रेस कर देती हैं तो इस बात को बार-बार बोलना और सुनना उन्हें सैटिस्फैक्शन देता है. वुमन मेन से ज्यादा रियलिस्टिक और इमोशनल होती हैं. यानी वह किससे और कब यह फीलिंग्स एक्सप्रेस करेंगी, इसका डिसीजन बहुत सोच-समझकर और पेशेंस के साथ लेती हैं.

Problem 2: Women are word sensitive
डॉक्टर विपुल सिंह का कहना है, ‘वुमन फिजिकली और मेंटली दोनों तरफ से इमोशनल लेवल पर अटैच होती हैं. इसके अलावा मेन के कम्पैरिजन में वुमन में ज्यादा एंडोक्राइनल हॉरमोनल चेंजेस होते हैं. वह किसी से भी टेम्पररी अटैच नहीं होतीं. इस  अप्रोच की वजह से वह टोन की जगह word sensitive होती हैं. वह किसी के बोले हुए शब्दों को गौर से सुनती हैं और उनका मीनिंग एनालाइज करती हैं.’

Problem3: They stare too (it’s just that you can’t notice them)
The science daily for inetrpersonal personal relationship की रिसर्च में सामने आया कि वुमन के जींस मेन के कम्पैरिजन में कई गुना ज्यादा फोकस्ड होते हैं. वह इतनी जल्दी डेविएट नहीं होते. मगह वह भी किसी हैंडसम ड्यूड को देखकर अट्रैक्टेड फील करती हैं. फर्क सिर्फ इतना है कि वह मेन की तुलना में ज्यादा डिसिप्लिंड वे में उन्हें देखती हैं.

Problem 4: They don't like jokes about their figure
सारा मजाक एक तरफ और फिगर को लेकर कोई भी कमेंट या जोक एक तरफ. अगर मेन को अपने बाल्ड होने से रिलेटेड कमेंट पसंद नहीं तो किसी वुमन से गल्ती से भी ये न कहें कि उसका वेट बढ़ रहा है. इरिटेट होना तो ऑब्वियस है. साथ ही उन्हें लगता है कि उनका अट्रैक्शन कम हो रहा है.

The Sunday Telegraph & the Science Daily revealed behavioural differences between men & women that prove they are from different poles & their interpersonal behavior confirms that men are from Mars & women are from Venus.

 

Posted By: Surabhi Yadav