बाल गृह में तैनात केयरटेकर हाईकोर्ट से ले आया अरेस्टिंग स्टे

सरकार की मेहरबानी से मुरादाबाद प्रोवेशन विभाग में किया अटैच

Meerut। स्थानीय बाल गृह के जिस केयर टेकर को जेल में होना चाहिए था वो विभागीय मेहरबानी के चलते न सिर्फ जेल से बाहर है, बल्कि मुरादाबाद में अटैच भी हो गया है। जबकि मेरठ डीएम के आदेश के बाद केयर टेकर को निलंबित करते हुए उसे मासूम के साथ कुकर्म का दोषी करार देते हुए दर्ज मुकदमें में आरोपी बनाया गया था।

हद दर्जे की लापरवाही

मेरठ के सूरजकुंड स्थित बाल गृह में गत 8 जुलाई की रात्रि नशे में धुत बाल गृह में तैनात संविदा कर्मचारी जावेद अंसारी ने एक मासूम के साथ ऊपरी मंजिल के एक कमरे में ले जाकर दुष्कर्म किया। खुलासा तब हुआ जब 21 जुलाई को न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम प्रीति चौधरी ने बाल गृह का निरीक्षण किया। डीएम ने आनन-फानन में आदेश कर मुख्य आरोपी जावेद के खिलाफ थाना नौचंदी में मुकदमा दर्ज कराकर उसे गिरफ्तार करवा लिया। जघन्य अपराध के आरोपी केयर टेयर अय्यूब हसन को निलंबित करते हुए पॉस्को समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया। तब से आरोपी फरार है।

आरोपी को बैठाया गोद में

निदेशालय की नजरअंदाजी से पॉस्को समेत गंभीर धाराओं का आरोपी केयर टेकर अय्यूब पुलिस की आंखों में धूल झोंककर हाईकोर्ट से अरेस्टिंग स्टे ले आया। वहीं दूसरी ओर निदेशालय में बैठे आकाओं के आशीर्वाद से निलंबित केयर टेकर को गृह जनपद मुरादाबाद में अटैच कर दिया गया और इसकी जानकारी मेरठ डीपीओ श्रवण कुमार गुप्ता को नहीं हो सकी तो डीपीओ का कहना है कि आरोपी केयर टेकर के अरेस्टिंग स्टे को खारिज कराने के लिए प्रोबेशन विभाग हाईकोर्ट जाएगा। हालांकि निदेशालय इस प्रकरण कार्रवाई के सवाल गेंद शासन के पाले में धकेल रहा है।

केयर टेकर के अरेस्टिंग स्टे के खिलाफ प्रोबेशन विभाग हाईकोर्ट जाएगा। निलंबन के बाद केयर टेकर को मुरादाबाद अटैच कर दिया गया इसकी जानकारी नहीं है।

श्रवण कुमार गुप्ता, डीपीओ, मेरठ

निलंबित केयर टेकर को मुरादाबाद अटैच किया गया है। हाईकोर्ट से अरेस्टिंग स्टे ले आया है, इसकी जानकारी नहीं है। मासूम के साथ कुकर्म के प्रकरण में शासन स्तर पर कार्रवाई होनी है, इस संबंध में विभाग की रिपोर्ट शासन को सौंप दी गई है।

पुनीत मिश्रा, निदेशक, महिला कल्याण निदेशालय

Posted By: Inextlive