JAMSHEDPUR: खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने गुरुवार को एक बार फिर महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल का निरीक्षण किया। इस दौैरान उन्होंने कहा कि छह माह पूर्व मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में रांची में एक बैठक हुई थी, जिसमें एमजीएम में तीन प्रशासनिक पदाधिकारी की नियुक्त करने का निर्णय लिया गया था, लेकिन अबतक नियुक्ति नहीं हुई। इसी तरह, अस्पताल में डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मचारियों की भी कमी है। बिना ड्रेसर अस्पताल चल रहा है। विभाग में कई कडि़यां है जो एमजीएम अस्पताल के विकास में बाधा बन रही हैं। उसे भी दुरुस्त करने की जरूरत है। मंत्री ने कहा कि बैठक में जो निर्णय लिए जाते हैं उन्हें लागू नहीं करना दुखद है।

फर्श पर इलाज

मंत्री ने इमरजेंसी वार्ड का भी निरीक्षण किया। इस दौरान मरीजों की भीड़ देखकर वह हैरान हो गए। 10 बेड की इमरजेंसी में 70 मरीज भर्ती थे। किसी का इलाज फर्श पर चल रहा था तो किसी को कुर्सी पर लेटाकर स्लाइन चढ़ाया जा रहा था। इसे देख मंत्री ने उपाधीक्षक से पूछा तो उन्होंने बताया कि 10 बेड वाले इमरजेंसी में पहले से ही 30 बेड लगाया गया है। अब थोड़ी भी जगह नहीं है कि बेड लगे। इस दौरान मंत्री ने मरीजों से मिलने वाली सुविधाओं के बारे में भी जाना। मरीजों ने सबसे अधिक बेड नहीं मिलने की ही शिकायत की। इसके बाद दवा भी बाहर से खरीदना पड़ रहा है। सरयू राय ने कहा कि जिस रफ्तार से मरीजों की संख्या बढ़ी है उसके अनुसार इमरजेंसी विभाग की क्षमता बढ़ानी होगी।

घटिया टाइल्स को देख भड़के

मंत्री गुरुवार को एमजीएम के प्रभारी अधीक्षक व उपाधीक्षक के साथ बैठक कर रहे थे कि किसी ने घटिया क्वालिटी के टाइल्स व पेवर्स ब्लॉक बिछाने की शिकायत की। इसे लेकर मंत्री भड़क गए। उन्होंने तत्काल भवन निर्माण विभाग के पदाधिकारियों को फोन किया और जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया। साथ ही उपाधीक्षक को भी अपने स्तर से देखने को कहा।

सफाई कर्मियों की होगी बहाली

मंत्री ने उपाधीक्षक से पूछा कि सफाई कर्मियों की बहाली में क्यों देरी हो रही है। उपाधीक्षक ने जबाव दिया कि भवन निर्माण विभाग को कारपेट एरिया माप कर देना है जो अभी तक नहीं मिला है। मंत्री ने इसे गंभीरता से लेते हुए संबंधित पदाधिकारियों को फोन किया तो उन्होंने बताया कि मापी पूरी हो गई है। जल्द ही एमजीएम प्रबंधन को उपलब्ध करा दी जाएगी। मंत्री ने जल्द से जल्द कर्मचारियों की बहाली करने का निर्देश दिया है।

इनकी रही मौजूदगी

निरीक्षण के दौरान एमजीएम अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक डॉ। पीके बारला, उपाधीक्षक डॉ। नकुल प्रसाद चौधरी, सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ। दिवाकर हांसदा, भाजपा नेता विकास सिंह, झारखंड राज्य चिकित्सा कर्मचारी के प्रदेश महामंत्री अमरनाथ सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

मंत्री को दिखीं ये खामियां

- प्रबंधन द्वारा गिनाई गई सभी खामियों को मंत्री सरयू राय ने अपनी डायरी में नोट किया।

- पहले 15 आरोग्य मित्र तैनात थे। अब किसी तरह से काम चलाया जा रहा है।

- 32 की जगह सिर्फ दो ही कंप्यूटर ऑपरेटर है।

- सुरक्षा में 47 होमगार्ड के जवान तैनात है। इसे भी घटाकर 30 कर दिया गया है। जबकि अस्पताल को 97 होमगार्ड की जरूरत है।

Posted By: Inextlive