मनरेगा के घपले घोटालों का तैयार होगा रिकॉर्ड
- 29 अगस्त से 3 सितम्बर तक ग्राम पंचायतों का अधिकारी करेंगे औचक निरीक्षण
- शासन स्तर तक पहुंचा घपले घोटालों का मामला, 7 दिनों में रिपोर्ट देने के निर्देश BAREILLY: ग्राम पंचायतों में मनरेगा कार्यो में हुई अनियमितता और फर्जीवाड़ा की शिकायतों पर सेंट्रल गवर्नमेंट ने जांच के निर्देश दिए हैं। जिसके बाद उत्तर प्रदेश ग्राम्य विकास के आयुक्त ने बरेली की सभी ग्राम पंचायतों में हो चुके और चल रहे वर्क की जांच करने का आदेश दिया है। जिसकी रिपोर्ट 5 सितम्बर तक प्रदेश सरकार को भेजी जाएगी। संबंधित निरीक्षण कार्य के लिए अधिकारियों को नामित कर दिया गया है। जो 29 अगस्त से 3 सितम्बर तक ब्लॉकवार ग्राम पंचायतों का इंस्पेक्शन करेंगे। सीबीआई कर रही है जांचमनरेगा के तहत कराए जा रहे कार्यो की जांच सीबीआई पहले से ही चल रही है। वहीं शासन भी अपने स्तर से कार्यो की निगरानी कर रही है। पिछले दिनों मनरेगा सचिव ने सभी एडीओ की मीटिंग ली थी। जिसमें सभी दस्तावेजों को दुरूस्त करने के निर्देश दिए थे। उन्होंने निर्माण कार्यो की खुद से जांच भी की थी। जिसमें मजदूरों के कार्य दिवसों का भुगतान न होना। आधे-अधूरे दस्तावेज, चेकलिस्ट न बनाने पर उन्होंने एडीओ को फटकार लगाते हुए चेतावनी दी थी। बावजूद इसके मनरेगा कार्यो में फर्जीवाड़ा की शिकायतें विभाग पहुंचती रही। जब शासन स्तर तक शिकायतें पहुंचने का सिलसिला शुरू हुआ तो सात दिनों में औचक निरीक्षण कर रिपोर्ट देने के आदेश दिए गए हैं।
1193 ग्राम पंचायतों में होगा निरीक्षण ब्लॉक पंचायतें आलमपुर जाफराबाद 92 बहेड़ी 108 भदपुरा 79 भोजीपुरा 77 भुता 92 बिथरी चैनपुर 74 फरीदपुर 78 फतेहगंज पश्चिमी 67 क्यारा 44मझगवां 87
मीरगंज 67 नवाबगंज 107 रामनगर 59 रिछा 73 शेरगढ़ 69 प्रदेश सरकार ने मनरेगा कार्यो का औचक निरीक्षण किए जाने का निर्देश दिए हैं। निरीक्षण के लिए अधिकारियों को नामित कर सूचना दे दी गई है। शिव सहाय अवस्थी, सीडीओ