पठानकोट एयरबेस में शनिवार को हुए आतंकवादी हमले में गृह मंत्रालय ने सीमा सुरक्षा बल बीएसएफ से रिपोर्ट मांगी है। गृह मंत्रालय ने आतंकवादियों द्वार हथियारों के साथ भारतीय सीमा में घुसपैठ करने और पठानकोट में आतंकी हमले को अंजाम देने की घटना पर तत्‍काल रिपोर्ट पेश करने को कहा है।


हथियारों से लैस अतांकियो ने कैसे पार की भारतीय सीमासीमा सुरक्षा बल पाकिस्तान से लगने वाली अंतरराष्ट्रीय सीमा की चौकसी करती है। खुफिया सूत्रों के अनुसार पठानकोट में आतंकियो के हमले के बाद  भारत पाकिस्तान अतंरराष्ट्रीय सीमा पर घुसपैठ के मामले को संज्ञान में लेते हुए गृह मंत्रालय ने बीएसएफ से ये बताने को कहा है कि भारी हथियारों से लैस आतंकवादी किस प्रकार से सीमा पार करके घुस कैसे इस घटना को अंजाम दिया।  पिछले कुछ समय से बढ़ी है घुसपैठपिछले कुछ समय में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर घुसपैठ के कई मामले सामने आए हैं। जिसमें से एक घटना जुलाई की है। जब भारी हथियारों से लैस तीन आतंकवादी गुरदासपुर में प्रवेश कर गए थे। आतंकियों ने एक पुलिस अधीक्षक समेत सात लोगों को मौत के घाट उतार दिया था।पंजाब में बीएसएफ की है 178 चौकियां
खुफिया सूत्रों की माने तो आतंकवादी नदी के रास्ते से पंजाब में प्रवेश करने में सफल रहे होंगे जहां कोई बाड़ बंदी नहीं है। नियंत्रण रेखा समेत पाकिस्तान के साथ भारत की 3323 किलोमीटर लंबी सीमा है। जिसमें 553 किलोमीटर पंजाब औश्र 1225 किलोमीटर लंबी सीमा जम्मू कश्मीर में है। बीएसएफ पंजाब में 178 सीमा चौकियों का संचालन करता है। जबकि जम्मू कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर 90 चौकियां हैं। पठानकोट वायु सेना स्टेशन में घुसे आतंकवादियों के खिलाफ अभियान का सोमवार को तीसरा दिन है। रात में भी रूक रूक कर गोलीबारी हुई।

Posted By: Prabha Punj Mishra