पूरी दुनिया में आजकल तमाम लेटेस्‍ट स्मार्टफोन्‍स फेस रिकग्निशन टेक्नोलॉजी से लैस होकर भले ही यूजर्स को नई नई सुविधाएं देने लगे हैं लेकिन क्या यह टेक्नोलॉजी यूजर्स के लिए बड़ा खतरा है? दरअसल दुनिया में पहली बार किसी टेक कंपनी ने इस खतरे को लेकर सरकार को चेताया है।

फेस रिकग्निशन टेक्नोलॉजी का बढ़ता प्रयोग बन सकता है प्राइवेसी के लिए बड़ा खतरा
वाशिंगटन (एपी) वर्ल्ड वाइड स्मार्टफोन्स पर पॉपुलर हो रही फेस रिकग्निशन टेक्नोलॉजी से आम लोगों की प्राइवेसी और उनके फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन की रक्षा करने के लिए माइक्रोसॉफ्ट इस तकनीक से जुड़े नए नियम और कानून बनाने की वकालत कर रहा है। ऐसा करने वाली वह दुनिया की पहली कंपनी है। इसके लिए माइक्रोसॉफ्ट ने अमेरिकी कांग्रेस से इस मामले में दखल देने को कहा है। माइक्रोसॉफ्ट दुनिया की ऐसी पहली बड़ी टेक कंपनी है जिसने फेस रिकग्निशन टेक्नोलॉजी के बढ़ते प्रयोग और उससे जुड़े खतरों को लेकर दुनिया को आगाह किया है। कंपनी के मुताबिक आम लोग जितनी आसानी से तमाम स्मार्टफोन्स और डिवाइसेस पर फोटो या चेहरे को कैमरे द्वारा स्कैन करा कर फेशियल रिकग्निशन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहे हैं उसे लेकर प्रॉपर नियम और रेगुलेशन बनाए जाने की जरूरत है, अन्यथा लोगों की प्राइवेसी को बड़ा खतरा पैदा हो सकता है।

हॉलीवुड फिल्मों का खौफनाक झूठ रियल लाइफ में हो सकता है सच
माइक्रोसॉफ्ट के प्रेसिडेंट ब्रैड स्मिथ ने अपनी ऑफिशियल ब्लॉग पोस्ट में कहा है कि सरकार को फेस रिकग्निशन टेक्नोलॉजी से जुड़ी तकनीक के संबंध में एक विशेषज्ञ आयोग बनाने की जरूरत है। उनके मुताबिक फेस रिकग्निशन टेक्नोलॉजी ह्यूमन राइट्स और प्राइवेसी से जुड़े कई इश्यू पैदा करती है। ब्रैड स्मिथ ने कहा है कि फेशियल रिकग्निशन टेक्नोलॉजी कई साइंस फिक्शन फिल्मों के खौफनाक माहौल को पैदा कर सकती है। माइनॉरिटी रिपोर्ट, एनिमी ऑफ द स्टेट और 1984 जैसी मशहूर फिल्मों में जो कुछ दिखाया गया था, इस तकनीक द्वारा वास्तविक जिंदगी में भी ऐसा हो सकता है। इसलिए इसके संबंध में सही नियम और कानून बनाए जाने की जरूरत है। इस तकनीक से जुड़े खतरे हमारी जैसी तमाम टेक कंपनियों की जिम्मेदारी को बहुत बढ़ा देते हैं क्योंकि हम ऐसे प्रोडक्ट बना रहे हैं।

फेशियल रिकग्निशन टेक्नोलॉजी का मिसयूज होना ही बड़ी समस्या
माइक्रोसॉफ्ट के प्रेसिडेंट ब्रैड स्मिथ ने यह भी कहा है कि उन्होंने काफी सोच विचार कर बनाए गए सरकारी रेगुलेशंस और आसान और बेहतर इस्तेमाल के लिए नए नियमों को विकसित करने की बात की है। उनके मुताबिक भले ही यह टेक्नोलॉजी तमाम तरह से हमारे लिए फायदेमंद हो। जैसे कि खोए हुए बच्चों को ढूंढना या फिर ज्ञात आतंकवादियों को पकड़ पाना यह सब अच्छी बात है लेकिन फिर भी इस टेक्नोलॉजी का गलत इस्तेमाल किया जा सकता है। ब्रैड स्मिथ के मुताबिक फेशियल रिकग्निशन टेक्नोलॉजी के मिस यूज की बात से ही माइक्रोसॉफ्ट की चिंता बढ़ी हुई है। इसीलिए हम चेहरा पहचानने की इस पॉपुलर तकनीक के संबंध में तमाम तरह के परामर्श और कॉन्ट्रैक्ट्स करने को प्रेरित हुए हैं और यह जरूरी है।

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Posted By: Chandramohan Mishra