-स्लोगन न बने डिजिटल इंडिया तभी सुधरेगा जीवन का स्तर

PATNA : फूलों से भरा बगीचा और हरी भरी घास पर युवा जब देश के गंभीर मुद्दों पर बात करने लगे तो पलभर में माहौल बदलने लगा। किसी ने साइबर सिक्योरिटी तो किसी ने महिलाओं की सुरक्षा को अहम बताया। बोरिंग रोड, एसके पुरी पार्क में दैनिक जागरण आई नेक्स्ट मिलेनियल्स स्पीक 2019 में यूथ ने अपनी कड़क बातें बेबाक तरीके से रखी। युवाओं ने अपनी गंभीर और कड़क बातों से वातावरण में जोश का संचार किया।

जोश के साथ रखी अपनी बात

राष्ट्रीय मुददों को लेकर युवाओं में भी जोश है। वे अब सिर्फ शिक्षा और बेरोजगार की बात तक सीमित नहीं हैं। शुक्रवार को जब एसके पुरी पार्क में यूथ फोर स्वराज के युवाओं ने मुद्दों पर बात की तो उनकी समस्याओं के साथ ही नेशनल सिक्योरिटी की बातों पर जमकर चर्चा हुई। यह बात भी सामने आयी कि जब तक युवाओं को केवल वोटर नहीं बल्कि जन प्रतिनिधि के तौर पर भी महत्व नहीं दिया जाता, तब तक युवाओं के सकारात्मक बदलाव की बात बेमानी ही होगी। वहीं, महिलाओं की सुरक्षा को व्यापक और सुनिश्चित करने पर भी युवाओं ने जोश दिखाया। युवाओं ने कहा कि देश बदल रहा है और इसके साथ ही महिलाओं के प्रति एटीट्यूट बदलने से भी सही मायने में देश का तेजी से विकास होगा।

वोट संग भागीदारी भी मिले

सौरभ कुमार ने युवाओं को बेहतर अवसर देने की बात की। इस अवसर में राजनीति को भी जरूरी बताया। कहा कि युवाओं के मुद्दे ही नहीं बल्कि राजनीति में भी उन्हें अवसर देना सुनिश्चित करें। इसके लिए युवाओं को जागरूक करने की जरूरत है। वहीं, अमन कुमार ने समर्थन करते हुए कहा कि यदि राजनीति में आएंगे तो युवाओं का बेहतर प्रतिनिधित्व कर पाएंगे।

शिक्षा की गुणवत्ता में फिसड्डी

राजनी टी की चर्चा करते हुए बात आगे बढ़ी और जब नीतू रानी ने सभी के साक्षर होने की बात कही तो उन्हें बीच में ही रोकते हुए अमित कुमार ने कहा कि केवल शिक्षा की बात न हो बल्कि क्वालिटी एजुकेशन की बात हो। क्योंकि देश को हर स्तर पर ग्लोबल लेवल को अचीव करना है। इसलिए अपडेटेड सिलेबस, अच्छी लैब फैसिलिटी और मांग आधारित ट्रेनिंग पर जोर देने की जरूरत है।

स्मार्ट सिटी में बढे़ साझीदारी

स्मार्ट सिटी को बड़ा मुद्दा बताते हुए गुडडू कुमार ने कहा कि विदेशों में स्मार्ट सिटी की संकल्पना आम है। लेकिन भारत में अभी यह शुरू हुआ है। इसलिए इसके लक्ष्य को बेहतर बनाने के लिए संगठित प्रयास जरूरी है। इसमें सरकार के साथ आम आदमी की भागीदारी भी जोड़ा जाना चाहिए। वहीं, तान्या ने इसमें बेहतर डेटा के माध्यम से उपयोगी सेवाओं की लिस्टिंग और उसकी सर्विस डिलेवलरी पर जोर दिया।

डिजिटल इंडिया अब भी समस्या

राजनी टी के दौरान युवाओं को डिजिटल इंडिया अब दूर की कौड़ी नजर आ रही है। यह बात अमन कुमार ने उठाते हुए कहा कि जब तक जीवन के सभी क्षेत्र में डाटा के माध्यम से जीवन स्तर को बेहतर नहीं किया जाएगा, तब तक यह सिर्फ स्लोगन भर रहेगा। वहीं, नीतू रानी ने इससे बड़ा मुद्दा शिक्षा को बताया। कहा कि जब तक शत प्रतिशत साक्षर भारत नहीं हो जाता तब तक कई योजनाएं पूरी तरह से सफल नहीं हो सकती है। इस बात का समर्थन करते हुए दीपक कुमार ने कहा कि यूनिवर्सिटी स्तर पर सेलेबस में बदलाव आना चाहिए।

मेरी बात

चर्चा में खुशी सिंह ने कहा कि वीमेंन सेफ्टी बड़ा मुद्दा है। आधुनिक समाज में भी लड़कियां सुरक्षित नहीं हैं। पहली समस्या माइंडसेट की है। लड़कियों को घर की मर्यादा बताकर शाम में जल्दी आने की बात कही जाती है। लेकिन बेटों को कोई यह नहीं समझाता है कि आप ऐसा कदम नहीं उठाना जिससे घर की मर्यादा पर सवाल उठे। दूसरा मुद्दा है युवाओं की भागीदारी का। इनकी सक्रिय भागीदारी से ही देश आगे बढ़ पाएगा।

कड़क बात

मिलेनियल्स स्पीक के दौरान कड़क बात में शिक्षा की वर्तमान स्थिति में सुधार, राजनीति में युवाओं की भागीदारी बढ़ाने और महिला सुरक्षा पर फोकस रहा। इसके साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा के पहलुओं पर बेहद सावधानी बरतने और एडवांस तकनीक के माध्यम से साइबर वार, डिजिटल सिक्योरिटी आदि पर भी खुलकर चर्चा की गई। तेज प्रकाश ने जहां इंटरनेट सिक्योरिटी को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए अहम बताया तो वहीं साइबरवार में भी मुंहतोड़ जबाव देने की अपील की।

Posted By: Inextlive