-अब गलत मुद्दे से झांसे में नहीं आएंगे जागरूक वोटर

PATNA : दोपहर में गर्म चाय के साथ कड़क मुद्दों पर युवाओं ने खुलकर बातें की। पटनाइट्स ने मुद्दों का दम तो भरा ही, युवाओं को भटकाने की कोशिश करने वालों का डटकर सामना करने की भी बात की। राजीव नगर स्थित मेहता मार्केट में टिपिकल राजनीति से दूर मुद्दों की बात में दैनिक जागरण आई नेक्स्ट मिलेनियल्स स्पीक 2019 में जैसे ही रेडियो सिटी के आर जे विनय ने मु्द्दों की चर्चा शुरू की तो युवा जोश में आ गए। चर्चा छिड़ते ही गंभीर मुद्दे निकलने लगे।

जमीन पर दिखे विकास कार्य

जुबां पर विकास की बात और करनी में जातिवाद और ऐसे ही भटकाने वाली बातें अब नहीं चलेगी। राजनी टी की कड़क चर्चा में रेडियो सिटी आर जे विनय ने मिलेनियल्स के साथ बात की, तो सभी ने अपनी कड़क बातें रखीं। उन्होंने कहा कि जब तक जमीनी स्तर पर काम करने की मंशा शासन में नहीं होगी, तब तक किसी बड़े बदलाव की कल्पना करना भी बेकार है। चर्चा में संजीत ने कहा कि मुझे नहीं लगता है कि अभी मौलिक बातें जैसे शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य पर गंभीरता से काम हो रहा है। राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर श्रेय लिया जा रहा है, जमीनी काम का आंकलन युवाओं को ही करना होगा। बीच में टोकते हुए तपन कुमार मेहता बोले उठे कि काम चाहिए चाहे वह कोई भी करे। तभी बात बनेगी।

यूथ सब जानते हैं

चर्चा उस वक्तचरम पर पहुंच गया जब प्रशांत यादव ने कहा कि विकास- विकास चिल्लाने से कुछ नहीं होता। सही अर्थो में कुछ करना है तो काम दिखना चाहिए। जबकि निर्मल मिश्रा ने शिक्षा और सरकारी स्कूलों में स्थिति सुधारने की बात कही। बिहार में शराबबंदी का मामला भी उठा।

मेरी बात

राजनी टी चर्चा में प्रबोध सिंह ने कहा कि कोर इश्यू युवा, रोजगार और देश का विकास है। लेकिन मुद्दों से भटकाने की पुरजोर कोशिश की जा रही है। युवा पढ़-लिखकर बेरोजगार हैं। रोजगार की भयावह स्थिति है। फर्जी राष्ट्रवाद का ढिंढ़ोरा पीटा जा रहा है। देश के अंदर लोगों की संवेदनाओं का मजाक बनाया जा रहा है। यदि कोई शहीद होते हैं तो उस वीर सपूत का सम्मान होना चाहिए। शासन में जबावदेही का अभाव है। इसलिए युवा अब वोट की चोट करेंगे।

कड़क बात

मुद्दों पर युवाओं ने अपने बेबाक बोल से कई अहम मुद्दे उठाये। इसमें शिक्षा की गिरती स्थिति, सरकार और प्राइवेट स्कूली शिक्षा में भारी अंतर, छद्म राष्ट्रवाद के नाम पर लोगों की संवेदना को चोटिल करने और गैर जबावदेह शासन की बजाय जनहित के काम करने वाले शासन पर खूब चर्चा हुई। इसके साथ ही स्वास्थ्य और स्मार्ट सिटी के मामले में उनके बोल सरकार को आईना दिखा रहे हैं। चर्चा के दौरान प्रशांत यादव ने कहा कि काम होना चाहिए न कि छोटे-छोटे काम का ढिंढ़ोरा पीटना चाहिए। तभी शासन को जिम्मेदार कहा जाएगा।

Posted By: Inextlive