RANCHI : थर्सडे को मारवाड़ी कॉलेज में झारखंड छात्र मोर्चा ने जमकर हंगामा किया. इस दौरान इन्होंने प्रिंसिपल के चैंबर को निशाना बनाया. प्रिंसिपल डॉ रणजीत सिंह के साथ मिसबिहेव किए जाने की भी बात सामने आई है. मालूम हो कि कुछ दिन पहले एमबीए फोर्थ सेमेस्टर के एग्जामिनीज ने भी कॉलेज के कुछ टीचर्स के साथ मिसबिहेव किया था.


क्या है मामला?
झारखंड छात्र मोर्चा का आरोप है कि छह अगस्त को कॉलेज के ऑडिटोरियम में टीचर्स और स्टूडेंट्स की हुई मीटिंग में टीचर डॉ महेश षाडंगी ने एक सीनियर पॉलिटिशियन पर कमेंट्स करते हुए कहा था कि वे स्टूडेंट्स के एडमिशन को लेकर सिफारिश लेटर भेजते हैं, जिसकी फोटो कॉपी हमारे पास रखी हुई है। अगर पॉलिटिशंस का यही रूख रहेगा, तो ऐसे में हायर एजूकेशन का कैसे भला होगा। डॉ महेश के इस बात पर जेसीएम लीडर्स ने नाराजगी जाहिर करते हुए हंगामा किया।

क्यों नहीं हुई कार्रवाई?
जेसीएम ने प्रिंसिपल डॉ रणजीत सिंह से  जानना चाहा कि किस बेसिस पर डॉ महेश ने ऐसे कमेंट्स किए। अगर उन्होंने कमेंट्स किए तो उनके खिलाफ क्यों एक्शन नहीं लिया गया। जब प्रिंसिपल ने कहा कि उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं ह,ै तो जेसीएम मेंबर्स मिसबिहेव करने पर उतर आए।

बनाई गई है इंक्वायरी कमिटी
इस मामले की इंक्वायरी के लिए प्रिंसिपल ने दस मेंबर्स की एक कमिटी बनाई है। कमिटी में कॉलेज के प्रोफेसर-इन-चार्ज डॉ एके मलकानी, डॉ आरके टाटिया, प्रो एके डेल्टा, प्रो जितेंद्र सोनार, प्रो आत्मजीत सिंह और प्रो जेके सिंह शामिल है। इसके अलावे स्टॉफ मेंबर्स के तौर पर प्रशांत कुमार, अंजनी कुमार, जेके सिंह और पवन राम शामिल है.कमिटी को तीन दिन के अंदर रिपोर्ट देने को कहा गया है।

Posted By: Inextlive