RANCHI : मारवाड़ी कॉलेज ट्यूजडे को लगातार दूसरे दिन हंगामा जोन बना रहा. कल की घटना के विरोध में स्टूडेंट्स कॉलेज के गेट को बंद कर दिया था. ऐसे में एमबीए सेकेंड सेमेस्टर का एग्जाम देने पहुंचे स्टूडेंट्स परेशान रहे. प्रिंसिपल डॉ रणजीत सिंह के आश्वासन के बाद ही स्टूडेंट्स ने गेट खोला तब जाकर एग्जाम शुरू हुआ.


बाहर एग्जामिनी, अंदर स्टूडेंट्स

एमबीए फोर्थ सेमेस्टर के स्टूडेंट्स द्वारा कॉलेज के टीचर के साथ मिसबिहेव किए जाने का विरोध में स्टूडेंट्स ने अंदर से गेट बंद कर दिया था.  दिन के 12 बजे जब एमबीए सेकेंड सेमेस्टर के स्टूडेंट्स एग्जाम देने पहुंचे तो उन्हें अंदर जाने से रोक दिया गया। इनका साफ कहना था कि अगर सीनियर्स ने गलती की है तो जूनियर्स को भी माफी मांगनी होगी।

प्रिंसिपल को आना पड़ा
स्टूडेंट्स के विरोध को देखते हुए कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ रणजीत सिंह को गेट नंबर टू पर आना पड़ा। उन्होंने स्टूडेंट्स को कहा कि ये एमबीए सेकेंड सेमेस्टर के स्टूडेंट हैैं, इन्हें एग्जाम देने दीजिए। उन्होंने यह भी कहा कि मंडे की घटना के लिए स्टूडेंट्स से बातचीत करने के बाद ही वे कोई स्टेप उठाएंगे, तब जाकर स्टूडेंट्स ने गेट खोला।

नहीं बर्दाश्त करेंगे
जब प्रिंसिपल और कुछ टीचर्स कॉलेज के ऑडिटोरियम में पहुंचे तो स्टूडेंट्स ने कहा- सर, हम यह नहीं बर्दाश्त करेंगे कि अदर कॉलेजेज के स्टूडेंट्स यहां आकर यहीं के किसी टीचर के साथ मिसबिहेव करें। स्टूडेंट्स के इस रूख पर टीचर्स ने उन्हें समझाते हुए कहा कि, आप स्टूडेंट हैैं तो वे भी स्टूडेंट्स ही हैैं। लेकिन, इसका मतलब यह नहीं कि उन्होंने जो गलती की है, वैसा आप भी करें।
आरयू के डीएसडब्ल्यू प्रो एसके गुप्ता और वोकेशनल कोर्सेज के को-ऑर्डिनेटर प्रो अशोक सिंह भी मारवाड़ी कॉलेज पहुंचे। उन्होंने स्टूडेंट्स को  कहा कि आगे से ऐसी सिचुएशन नहीं पैदा होगी। कल की घटना को लेकर वीसी से भी बात करेंगे। इसके अलावे एडमिनिस्ट्रेशन को लेटर भेज दिया गया है कि एग्जाम्स के दौरान पुलिस फोर्स अवेलेबल कराया जाए। हालांकि, इस शर्त के साथ स्टूडेंट्स यूनिवर्सिटी ऑफिशियल्स की बात मानने को तैयार हुए कि अगर आगे ऐसी घटना हुई तो वे फिर से आंदोलन करने के लिए मजबूर हो जाएंगे।

क्या है मामला?
एमबीए फोर्थ सेमेस्टर के एग्जाम के लिए मारवाड़ी कॉलेज को सेंटर बनाया गया है। मंडे को दिन के 1.30 बजे से एग्जाम शुरू हुआ। एग्जाम  के दौरान  कुछ स्टूडेंट्स नकल कर रहे थे। इनविजिलेटर्स के बार-बार मना करने के बाद भी वे नकल करने से बाज नहीं आ रहे थे। जब एग्जाम खत्म हुआ तो एग्जामिनीज ने हंगामा करना शुरू कर दिया। इस दौरान उन्होंने कॉलेज के वूमेन टीचर्स के साथ बदसलूकी तो की ही, प्रिंसिपल के चैैंबर में भी हंगामा किया। उधर, फोर्थ सेमेस्टर के स्टूडेंट्स का कहना है कि ऐसा कुछ भी यहां नहीं हुआ है। एक एग्जामिनी को टीचर ने नकल करते पकड़ा था। उसे नकल करने की जब सजा दी गई तो कुछ स्टूडेंट्स भड़क गए और हंगामा किया। लेकिन, इस मामले में अब फोर्थ सेमेस्टर के सभी स्टूडेंट्स को बेवजह फंसाया जा रहा है।

Posted By: Inextlive