एक दुष्कर्म पीड़िता रात भर महिला थाना हाजत में आरोपी की तरह रही.

ranchi@inext.co.in
RANCHI: एक दुष्कर्म पीडि़ता रात भर महिला थाना हाजत में आरोपी की तरह रही। सुबह कहा कि मच्छरों ने काटा, मोबाइल चार्ज भी हुआ खत्म, जिसे चार्ज नहीं करने दिया गया। इस पीडि़ता को खेलगांव ओपी से महिला थाना भेजने से पहले कहा गया कि महिला थाना में बहुत अच्छी सुविधा मिलेगी। पर, जब पीडि़त महिला थाना पहुंची तो उसे उसी कमरे में बंद कर दिया गया, जहां अन्य महिलाओं को रखा जाता है। पीडि़ता रांची के एक हॉस्टल में रहकर यूपीएससी की तैयारी कर रही है। जब महिला थाना में पदस्थापित पुलिसकर्मी से चार्जर मांगा तो कहा गया कि वह खुद घर से चार्ज कर लाती है। उसे वहां रात में ठीक से खाना भी नहीं दिया गया। पीडि़ता का शनिवार को सदर अस्पताल में मेडिकल हुआ, जिसके बाद कोर्ट में बयान के लिए ले जाया गया।

क्या है मामला
जानकारी के मुताबिक, एक फर्जी पत्रकार ने पीडि़ता का एडमिशन एक इंस्टीट्यूट में कराने के नाम पर उसके परिजनों से 30 हजार रुपए ठग लिया। फिर, उसे अपना करीबी बना लिया और उसकी हर जरूरतें पूरी करने लगा। इसी दौरान जबरन झूठी शादी भी रचाई। बाद में जब उसकी पोल खुली तो अपनी ताकत और पैरवी का झांसा देकर युवती को धमकाना शुरू कर दिया। साथ ही साथ दो साल से उस युवती को अपने हाल पर छोड़ दिया। इस बाबत युवती ने कई अधिकारियों के पास दुखड़ा रोया। पत्राचार किए, लेकिन हर जगह से युवती को मायूसी ही मिलने लगी। एक दिन पता चला कि उसका किसी अन्य युवती के साथ संबंध है। इसके बाद उसके पति ने एक अन्य पत्रकार की मदद से उसे पकड़ा और जमकर धुनाई कर दी। फिर उसे खेलगांव ओपी पुलिस को सौंप दिया। पुलिस उसका रिकॉर्ड खोज ही रही थी कि पीडि़त को पता चला कि जिसे वह दो सालों से खोज रही थी, वह पकड़ा गया है। दूसरे दिन वह अपने पैरेंट्स के साथ खेलगांव ओपी पहुंची और अपना दुखड़ा सुनाया। जब पुलिस ने उससे पूछताछ की तो सबकुछ सही पाया। इसके बाद पुलिस ने फर्जी पत्रकार को गिरफ्तार कर लिया और पीडि़ता के बयान पर केस दर्ज कर लिया।

महिला थाना में पीडि़ता को भी बंदियों की तरह रखा जाता है। इसकी सूचना नहीं है। यदि यह बात सच है तो निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी।
अजीत कुमार विमल, डीएसपी, कोतवाली

Posted By: Inextlive