क्त्रड्डठ्ठष्द्धद्ब : सावन की अंतिम सोमवारी थी, लिहाजा पहाड़ी मंदिर समेत तमाम शिवालयों में भोले बाबा के जलाभिषेक व पूजा-अर्चना के लिए दिनभर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। रविवार की रात से ही पहाड़ी मंदिर में जलाभिषेक के लिए श्रद्धालु पहुंचने लगे थे। अहले सुबह चार बजे जैसे ही मंदिर का पट खुला, हर-हर महादेव और बोल बम जैसे नारे गूंज उठे। इस दौरान श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बन रहा था। श्रद्धालुओं की सहायता के लिए डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन के अलावा आरएसएस, एनसीसी और पहाड़ी मंदिर विकास समिति के अलावा कई और सोशल ऑर्गनाइजेशंस के मेंबर्स यहां अपनी सेवा दे रहे थे। इनकी ओर से यहां लगाए गए स्टॉल्स पर पूजन सामग्री के अलावे मेडिकल फैसिलिटी भी अवेलेबल थी। भोले बाबा के विशेष श्रृंगार और महाआरती को देखने में श्रद्धालुओं को परेशानी नहीं हो, इसके लिए मंदिर परिसर में कई एलईडी स्क्रीन लगाए गए थे।

रक्षा धागा के नाम पर कमाई

बाबा की पूजा-अर्चना और जलाभिषेक के बाद मंदिर से बाहर निकल रहे श्रद्धालुओं को यहां मौजूद कुछ पंडित घेरने की कोशिश कर रहे थे। ये पंडित श्रद्धालुओं की हाथों में रक्षा धागा बांधने के नाम पर कमाई करने में जुटे हुए थे। लगभग 10 की संख्या में पंडितों की टोली जबन श्रद्धालुओं के हाथों में रक्षा धागा बांध पैसे की वसूली कर रही थी। इसके अलावा सपेरे भी यहां मौजूद थे, जो नाग सांप का दर्शन कराने के बहाने श्रद्धालुओं से पैसे ले रहे थे।

अव्यवस्था का आलम

रूक-रूक कर हो रही बारिश और श्रद्धालुओं की भारी भीड़ की वजह से पहाड़ी मंदिर में दिनभर अव्यवस्था का आलम रहा। खासकर मुख्य मंदिर में भोले बाबा के दर्शन को लेकर श्रद्धालुओं को काफी परेशानी हुई। एक समय तेज बारिश की वजह से मंदिर में भगदड़ की स्थिति बन गई, जिसमें रातू रोड की रहनेवाली श्वेता चक्कर खाकर सीढि़यों पर ही गिर पड़ी। इसके अलावा कई श्रद्धालुओं को चोट भी लगी। इतना ही नहीं, अव्यवस्था की वजह से कुछ बच्चे अपने परिवारवालों से बिछड़ भी गए। चार साल की रानी अपने चार भाईयों के साथ मंदिर आई थी, पर भीड़ में वह भाईयों से बिछड़ गई। अनाउंसमेंट कर रानी के गुम होने की जानकारी उसके फैमिली मेंबर्स को दी गई।

जलजमाव व गंदगी से परेशानी

सावन के महीने में न सिर्फ रांची, बल्कि दूसरे शहरों से भी पहाड़ी मंदिर में भोले बाबा के दर्शन के लिए श्रद्धालु आ रहे हैं। ऐसे में यहां जो व्यवस्था होनी चाहिए, वह देखने को नहीं मिल रही है। मंदिर परिसर में जल जमाव और गंदगी पसरी रहने से यहां आनेवाले श्रद्धालुओं को परेशानी हो रही है। तीसरी सोमवारी को यहां दिनभर श्रद्धालुओं की लंबी कतार लगी रही, पर इनकी दिक्कतों पर किसी का ध्यान नहीं दिया गया। वैसे श्रद्धालुओं व पार्किग को लेकर एनसीसी के कैडेट्स डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन को सहयोग कर रहे थे।

Posted By: Inextlive