>RANCHI: या तो मैं उसे जेल भेजूंगा या अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दूंगा. ये मेरे आत्म सम्मान की बात है. ये बातें डोरंडा थाने के सब-इंस्पेक्टर विकास कुमार का इंस्पेक्टर से कहीं. मंगलवार को डोरंडा थाना में एक ओर मुहल्ले की महिलाएं बच्चे को छोड़ने के लिए इंस्पेक्टर, सब-इंस्पेक्टर से फरियाद कर रही थीं, वहीं सब-इंस्पेक्टर किसी की सुनने को तैयार नहीं थे. जब थाने में भीड़ बढ़ने लगी तो इंस्पेक्टर ने हटिया डीएसपी निशा मुर्मू को बुलाया, इसके बाद लोगों के माफी मांगने और हटिया डीएसपी के समझाने पर बच्चे को लॉकअप से छोड़ा गया.

यह है मामला

जानकारी के मुताबिक, सीनियर ऑफिसर्स के निर्देश पर डोरंडा थाने में पदस्थापित सब-इंस्पेक्टर विकास कुमार ड्यूटी पर तैनात थे. उन्हें रात में बाइक चेक करने का आदेश दिया गया था. उसी दौरान एक बाइक पर तीन युवक सवार होकर उधर से गुजरे. जब सब-इंस्पेक्टर ने उन्हें रुकने और देर रात आने-जाने का कारण पूछने के लिए रोकना चाहा, तो उन लोगों ने बाइक की स्पीड और तेज कर दी. यह देख अन्य पुलिसकर्मी भी उनके पीछे दौड़े. जब बाइक सवार पुलिस की गिरफ्त में आए, तो बोले कि हमलोग यहां के लोकल हैं. यहां किसी की बाइक चेकिंग नहीं होती है. इसके बाद जब पुलिस तीनों को पकड़ कर थाने लाई, तो दर्जी मुहल्ले की महिलाएं और अन्य ऑन ड्यूटी सब-इंस्पेक्टर से उलझ पड़े, कॉलर पकड़ कर सभी उस पर झूल गए. मामला बिगड़ता देख मौजूद पुलिसकर्मियों को अन्य थाने की मोबाइल व महिला पुलिसकर्मियों को बुलाना पड़ा. इस बीच दो युवक वहां से भाग गए, जबकि एक को पुलिस ने पकड़ कर लॉकअप में डाल दिया.

.. छोड़ दीजिए बच्चा है

मंगलवार को दर्जी मुहल्ले की ख्0 से ख्भ् महिलाएं डोरंडा थाना पहुंची. महिलाएं बच्चों को छोड़ देने की गुहार लगा रही थी, लेकिन सब-इंस्पेक्टर सुनने को तैयार नहीं थे. इसी दौरान सब-इंस्पेक्टर ने हजारीबाग में रह रहे अपने पिता को फोन कर नौकरी छोड़ने की बात भी कह डाली. सब-इंस्पेक्टर ने कहा कि चाहे जो हो जाए, बच्चे को नहीं छोड़ा जाएगा. आप लोग कोर्ट से सलट लीजिए.

हटिया डीएसपी ने सुलझाया मामला

डोरंडा थाने में महिलाओं की भीड़ देखकर डोरंडा इंस्पेक्टर इंद्रमणि चौधरी ने हटिया डीएसपी निशा मुर्मू को बुलाया. निशा मुर्मू पूरे मामले को सुनीं और सब-इंस्पेक्टर से एक बार बच्चे को माफ कर देने की बात कहीं. सब-इंस्पेक्टर ने अधिकारी के दबाव में आकर बच्चे को जाने दिया.

Posted By: Prabhat Gopal Jha