उन्नाव के पुरवा से विधायक और दुष्‍कर्म आरोपी कुलदीप सिंह सेंगर की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं. पीडि़ता के चाचा ने बताया कि विधायक सेंगर व उनके समर्थकों द्वारा चोरी की गई मिट्टी की कीमत 30 लाख रुपये है.


* पीडि़ता के चाचा ने जिलाधिकारी को दी तहरीर में दो भाइयों समेत चार को किया नामजद* एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की मांग* पीडि़ता के घर आए गुमनाम खत में एलआईयू सिपाही पर विधायक की मदद का लगाया आरोपमुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रहीlucknow@inext.co.in


LUCKNOW :
उन्नाव जिले में विधायक और दुष्कर्म आरोपी कुलदीप सिंह सेंगर की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। दुष्कर्म पीडि़ता के चाचा ने विधायक सेंगर, उनके दो भाईयों समेत पांच लोगों पर उनके खेत की 30 लाख रुपये कीमत की मिट्टी चोरी कर बेचने का आरोप लगाया है। जिलाधिकारी को संबोधित तहरीर में पीडि़ता के चाचा ने एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की मांग की गई है। उधर, पीडि़ता के घर आए गुमनाम खत में एलआईयू के सिपाही पर विधायक की मदद का आरोप लगाते हुए उसक ट्रांसफर कराने की मांग की गई है। पीडि़ता के चाचा ने इस मामले की भी जांच की मांग की है।जबरन करवा लिया खनन

दुष्कर्म पीडि़ता के चाचा ने जिलाधिकारी उन्नाव को दिये प्रार्थनापत्र में बताया कि उन्नाव के माखी गांव में उसकी तीन बीघा जमीन है। बीते कई महीनों से विधायक कुलदीप सिंह सेंगर, उनके परिवार व समर्थकों से चल रहे विवाद के चलते उनका परिवार गांव से पलायन कर गया। इसी का फायदा उठाते हुए विधायक सेंगर, उनके भाईयों अतुल सिंह सेंगर व मनोज सिंह सेंगर, समर्थकों विनोद मिश्रा व विजय मिश्रा ने उनकी जमीन पर जबरन खनन करवा लिया। प्रार्थना पत्र में पीडि़ता के चाचा ने बताया कि विधायक सेंगर व उनके समर्थकों द्वारा चोरी की गई मिट्टी की कीमत 30 लाख रुपये है। पीडि़त ने डीएम से खेत का स्थलीय निरीक्षण करवाकर हकीकत जानने और उसके मुताबिक एफआईआर दर्ज करने की गुहार लगाई है।गुमनाम खत में मददगार का नाम

उधर, दुष्कर्म पीडि़ता के घर पहुंचे एक गुमनाम खत ने विधायक सेंगर के पुलिस में कई अन्य मददगारों की ओर इशारा किया है। पीडि़ता के चाचा द्वारा जारी गुमनाम खत में इंटेलिजेंस मुख्यालय में तैनात कॉन्सटेबल राधेश्याम यादव पर संगीन आरोप लगाए गए हैं। खत में लिखा है कि कॉन्सटेबल राधेश्याम यादव सारी गोपनीय जानकारियां विधायक सेंगर को मुहैया करा रहा है। अगर यह लखनऊ में रहा तो आप कुछ नहीं कर पाओगे। यह कुलदीप सिंह सेंगर के घर पर रहता है, पहले यही इनका गनर था। यही कॉन्सटेबल पीडि़ता व उसके चाचा के मोबाइल फोन की सारी लोकेशन विधायक को दे रहा है। खत में पीडि़ता के चाचा से कॉन्सटेबल का ट्रांसफर गाजीपुर या चित्रकूट कराने को कहा गया है। खत के साथ में विभिन्न चैनलों में विधायक सेंगर की अरेस्टिंग से पहले की फोटो हैं, जिसमें आरोपी कॉन्सटेबल राधेश्याम यादव विधायक के ठीक बगल में खड़ा दिखाई दे रहा है.रोपी कॉन्सटेबल राधेश्याम यादव विधायक के ठीक बगल में खड़ा दिखाई दे रहा है।

Posted By: Inextlive