-एसपी सिटी पर पब्लिक के सामने जमकर बिफरे विधायक

-गांव वालों के दौड़ाकर पिटाई से विधायक का चढ़ा पारा

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BAREILLY: कलारी से लेकर उमरिया तक वैसे तो पहले से ही तनाव की स्थिति बनी हुई थी, लेकिन माहौल उस वक्त बिगड़ गया जब कप्तान के निर्देश पर पुलिस ने गांव वालों को लाठियां भांजकर दौड़ाना शुरू कर दिया। मामला विधायक पप्पू भरतौल तक पहुंचा तो विधायक तुरंत कंथरिया होते हुए सिमरा गांव पहुंच गए। यहां जैसे ही लोगों ने अपनी चोट विधायक को दिखानी शुरू की तो विधायक का गुस्सा एसपी सिटी व अन्य अधिकारियों पर फूट पड़ा। वह चीखते हुए बोले कि निर्दोष लोगों की पिटाई कर रहे हो। वह गांव वालों से बोले कि लाओ मिट्टी का तेल मैं आग लगा लेता हूं। विधायक ने तुरंत सीनियर पुलिस अधिकारियों को फोन लगा दिया और एसएसपी व एसपी सिटी को बवाल होने का जिम्मेदार बता दिया। विधायक के सख्त बोल देखकर एसपी सिटी और एसडीएम तुरंत विधायक को एक कोने में लेकर गए और फिर सभी को छोड़ने का फरमान कर दिया गया। उसके बाद वहां से एसपी सिटी निकल लिए। कुछ देर बाद कंथरिया में मौजूद एसएसपी भी फोर्स के साथ वापस लौट गए।

हिम्मत थी तो उमरिया के लोगों को पकड़ते

पुलिस-प्रशासन ने विवाद निपटाने के लिए मीटिंग करना शुरू कर दिया। एडीजी प्रेम प्रकाश, आईजी डीके ठाकुर और डीएम वीरेंद्र कुमार की विधायक से मुलाकात हुई, जिसमें विधायक ने जुलूस न निकलने की बात साफ कह दी। एडीएम सिटी व एसपी सिटी ने गांव वालों की मीटिंग बुलाकर विरोध होने पर गांव से ही ताजिये लौटाने की बात कही। एडीजी की रात में मीटिंग के बाद ही लगभग फाइनल हो गया था कि ताजिये कलारी से आगे नहीं बढ़ेंगे लेकिन फोर्स के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।

विधायक ने एसपी सिटी से कहा कि जो लोग शांति से बैठे हैं, खेतों में जा रहे हैं उन्हें जबरदस्ती पकड़कर बंद किया जा रहा है। महिलाओं के साथ भी बद्तमीजी की जा रही है। डंडा होने की बात कहकर दौड़ाकर पिटाई की जा रही है। पुलिस की इतनी ही हिम्मत थी तो जब उमरिया के लोग हथियार लेकर निकल आए थे तो कहां गई थी पुलिस, तब क्यों नहीं किसी को दौड़ाया। उन लोगों को क्यों नहीं पकड़ा। तब तो सब खामोश थे। पुलिस सिर्फ एक पक्ष के ही लोगों पर अपना जोश दिखा रही है। उन्होंने तुरंत सभी पकड़े हुए लोगों को छोड़ने के लिए कहा, जिसके बाद ही मामला शांत हुआ। यहां पर खजुरिया के कन्हैया और सिमरा के भगवान दास ने पुलिस पिटाई से लगी चोट विधायक को दिखाई। यही नहीं इससे पहले कंथरिया में एसएसपी मौजूद थे लेकिन विधायक उनसे मिले ही नहीं।

महिलाएं बोली पुलिस ने दी गालियां

यहां सिमरा गांव में वह एक घर में जाकर रुके तो लोग इकट्ठा हो गए और पुलिस की पिटाई की शिकायत करने लगे। इसी दौरान एक युवक कमरे में सोफे के नीचे बैठा हुआ दिखा। वह पुलिस के भय से डरा हुआ था। विधायक कमरे में बैठे थे लेकिन वह निकलने की हिम्मत नहीं जुटा सका था। उसके बाद विधायक पैदल ही खजुरिया पहुंचे। यहां पर रास्ते में पुलिस के द्वारा पलटी हुई ट्रॉली गांव वालों ने दिखाई। उसके बाद खजुरिया की महिलाओं ने पुलिस पर घर में घुसकर पिटाई करने और गाली-गलौज करने के आरोप लगाए। स्कूल में बैठे तो सभी यहां पुलिस की शिकायत करने लगे। पुलिस के प्रति लोगों का गुस्सा साफ झलक रहा था। एक गांव के प्रधान ने एसएसपी को लेकर अभद्र भाषा कही। एसपी इंटेलीजेंस से भी लोगों ने शिकायत की।

पुलिस ने लोगों को दौड़ाकर पीटा

खजुरिया में शांत माहौल के बाद भी पुलिस ने उग्र रुख अख्तियार किया। एडीजी जोन यहां पहले से ही विजिट कर रहे थे। इधर से एसएसपी भी पहुंचे और दोनों अधिकारियों की उमरिया मोड़ पर मुलाकात हुई। कुछ देर बाद एडीजी चले गए और उसके बाद एसएसपी एरिया में घूमे। एसएसपी के पहुंचने के बाद जेसीबी मंगाई गई और रास्ते में खड़ी ट्रालियों को खाई में पलट दिया गया। उसके बाद कंथरिया, खजुरिया और सिमरा में एसएसपी, एसपी सिटी, सीओ सिटी थर्ड व एसडीएम सदर की मौजूदगी में भीड़ की शक्ल में इकट्ठा लोगों को दौड़ाकर पकड़ना शुरू कर दिया। पुलिस वालों ने भागने वालों की डंडे से पिटाई भी की। पुलिस से बचने के लिए लोग खेतों और नदी के रास्ते भागे। कई लेाग नदी में भी फंस गए। ऐसे में कोई बड़ा हादसा भी हो सकता था। करीब दो दर्जन लोगों को पुलिस की गाड़ी से पुलिस लाइंस भेज दिया गया। पुलिस की पिटाई के बाद से ही लोग भ्ाड़क गए।

लंबे समय से चल रही टेंशन

बता दें कि खजुरिया और सिमरा गांव की कांवड़ उमरिया सैदपुर के रास्ते न जाने के बाद से ही विरोध हो रखा था। जिसके बाद विधायक खुलकर सामने आ गए थे। जैसे ही मोहर्रम शुरू हुआ तो कलारी, चंद्रपुर और डोहरिया के ताजिये के जुलूस का अंदर खाने ही विरोध शुरू हो गया था। इन सभी गांव के अलावा फरीदापुर व आसपास के गांव के लोग भी विरोध में आ गए। बिथरी चैनपुर विधायक पप्पू भरतौल उर्फ राजेश मिश्रा भी फिर से गांव वालों के साथ आकर विरोध करने लगे, जिसके बाद पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों में खलबली मच गई।

रात भर चलती रही थ्ाी मीटिंग

Posted By: Inextlive