एमएनएनआईटी में पंचदष वार्षिक दीक्षान्त समारोह

prayagraj@inext.co.in

PRAYAGRAJ: मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान का पंचदश वार्षिक दीक्षान्त समारोह-2018 शनिवार को पूरी भव्यता के साथ आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि पद्मश्री डॉ। सौरभ श्रीवास्तव, सह-संस्थापक एवं पूर्व अध्यक्ष नास्कॉम, अशोक विश्वविद्यालय के सह-संस्थापक और इंडियन एंजेल नेटवर्क के अध्यक्ष थे। अध्यक्षता प्रशासकीय परिषद के अध्यक्ष प्रो। डीपी सिंह ने की।

2025 तक 350 बिलियन अमेरिकी डॉलर का होगा आईटी उद्योग

डॉ। सौरभ श्रीवास्तव ने संबोधन में नवाचार और उद्यमिता के क्षेत्र में भारत द्वारा किए गए ऐतिहासिक योगदानों पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि हजारों साल पहले हमारे उत्पादों को दुनिया भर के देशों में निर्यात किया जाता था। लगभग 350 साल पहले भारत का वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद लगभग 25 प्रतिशत था तथा यही 1947 में 02 प्रतिशत तक पहुंच गया। उन्होंने कहा कि आईटी उद्योग (जब उसने नॉस्काम की सह-स्थापना की थी) पिछले 03 दशकों में 60 मिलियन अमेरिकी डालर से बढ़कर 180 बिलियन अमेरिकी डॉलर का हो गया है। कहा कि यह उद्योग 2025 तक 350 बिलियन अमेरिकी डॉलर होने तक का अनुमान लगाया गया है। उन्होंने बताया कि यह संगठित निजी क्षेत्र के सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि का 08 प्रतिशत, सेवाओं के निर्यात का 65 प्रतिशत और सभी निर्यात का 25 प्रतिशत है।

अमन को मिला संस्थान गोल्ड मेडल

दीक्षान्त समारोह में 854 बीटेक, 279 एमटेक, 85 एमसीए, 38 एमबीए, 17 एमएससी, 11 एमएसडब्ल्यू और 63 पीएचडी छात्रों ने डिग्री प्राप्त की। डिग्री प्राप्त करने वाले स्नातकों में से 89 विदेशी छात्र तथा 04 छात्र जिन्होंने भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद के माध्यम से प्रवेश प्राप्त किया था, उन्होंने भी डिग्री प्राप्त की। इसके अतिरिक्त 29 स्वर्ण पदक स्नातकोत्तर, 13 स्वर्ण पदक स्नातक और 28 प्रायोजित स्वर्ण पदक योग्य छात्रों को वितरित किये गए। इस अवसर पर संस्थान गोल्ड मेडल बीटेक मैकेनिकल इंजीनियरिंग फाइनल इयर के अमन शर्मा को प्रदान किया गया।

देश को कौशल उद्यम पर ध्यान देने की जरूरत है जो बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन तथा व्यावसायिक निर्माण के लिये महत्वपूर्ण है। आप सभी डिग्री प्राप्तकर्ताओं के पास अपने जीवन में उत्कृष्टता प्राप्त करने का सबसे अच्छा अवसर है।

डॉ। सौरभ श्रीवास्तव, पद्मश्री

संस्थान की ओर से अब तक 14 पेटेंट फाइल किए गए हैं। एमएनएनआईटी को उत्कृष्टता का केन्द्र बनाने हेतु नए संकाय सदस्यों के लिए आवासीय भवन, छात्र तथा छात्राओं के लिए दो मेगा हॉस्टल 174 करोड़ रूपए में बनाए जाएंगे। सभी को डिग्री प्राप्त करने की बहुत-बहुत बधाई।

प्रो। राजीव त्रिपाठी, डायरेक्टर एमएनएनआईटी

डिग्री प्राप्तकर्ताओं को ईमानदारी, अखंडता, सच्चाई और पेशेवर नैतिकता के मानवीय मूल्यों को बनाए रखना होगा। यह दिन आपके माता-पिता, परिवार और शिक्षकों के लिए भी गर्व का क्षण है। संस्थान ने शिक्षा, अनुसंधान और उद्योगों के क्षेत्र में अपनी पहुंच से समाज में प्रतिष्ठित जगह बनाई है।

प्रो। डीपी सिंह, अध्यक्ष प्रशासकीय परिषद

कभी सोचा नहीं मिलेगा सात मेडल: अमन

संस्थान गोल्ड मेडल पाने वाले अमन शर्मा ने मेडल पाने के बाद कहा कि उन्हें कभी उम्मीद नहीं थी कि उन्हें बीटेक की पढ़ाई के दौरान कुल 07 मेडल मिलेंगे। बताया कि उसे बीटेक सेकेंड ईयर में 01, थर्ड ईयर में 02 तथा शनिवार को कुल चार मेडल प्रदान किए गए। मथुरा निवासी अमन ने कहा कि वह एक मध्यम वर्गीय परिवार का बेटा है। उनके पिता कौशल प्राईवेट टीचर हैं। फिर भी उनके माता-पिता की प्रेरणा से वे सेटल हो गए हैं। आज वह 18 लाख पैकेज की जॉब कर रहे हैं। उसकी बहन आकांक्षा भी साफ्टवेयर इंजीनियर बन चुकी है।

Posted By: Inextlive