-एमएनएनआईटी के सुशांत यादव ने शुरू किया है नशामुक्ति के लिए कैम्पेन

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PRAYAGRAJ: आज अंधेरे से उजियारे की ओर जाने का पर्व है। एमएनएनआईटी के बीटेक स्टूडेंट सुशांत यादव भी एक ऐसे व्यक्ति हैं जो नशा मुक्ति के खिलाफ सोसायटी में दीपक जलाने का काम कर रहे हैं। एमएनएनआईटी स्टूडेंट सुशांत युवाओं को तम्बाकू के सेवन से दूर रखने के लिए लम्बे समय से जागरुकता अभियान चला रहे हैं। उनके इस अभियान से अब तक हजारों की संख्या में लोग जुड़ चुके हैं।

यस यू-वी कैन फॉर श्योर

बीते 27 नवम्बर 2017 को सुशांत के पिता सुरेन्द्र कुमार यादव की तम्बाकू के सेवन के चलते कैंसर से मौत हो गई थी। पिता की मृत्यु ने सुशांत को इस कदर अंदर तक झकझोर दिया कि उन्होंने फैसला किया कि वे हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूशंस में पढ़ रहे छात्र-छात्राओं के बीच इसको लेकर अवेयरनेस प्रोग्राम चलाएंगे। इसके लिए सुशांत ने यस यू-वी कैन फॉर श्योर नाम से संगठन भी बनाया है। इस नाम से उनका फेसबुक पेज भी है।

एक दिन सुट्टे के बिन

बुंदेलखंड निवासी सुशांत यादव को अभियान को खड़ा करने के लिए संस्थान के छात्र-छात्राओं की ओर से हौसला मिल रहा है। साथ ही टीचर्स ने भी उनके इस काम को जमकर एप्रिशिएट किया है। सुशांत ने अपने अभियान की कड़ी में दशहरे पर बुराई पर अच्छाई की जीत को प्रदर्शित करते हुए इस अभियान को लोगों के बीच व्यापक रूप से प्रचारित किया था। इस प्रोग्राम का नाम था एक दिन सुट्टे के बिन। सुशांत ने बताया कि उनकी योजना आगे युवाओं को अधिकाधिक तादात में जोड़कर संगोष्ठी और सेमिनार में लेक्चर के माध्यम से रोचक तरीके से जानकारी दिए जाने की है। जिससे उनकी लत खत्म हो सके।

वर्जन

मेरा अवेयरनेस प्रोग्राम 'एक दिन सुट्टे के बिन' में लोगों से अपील की गई कि एक दिन बिना सिगरेट के रहें। आगे मैं सप्ताह में एक दिन या दो दिन लोगों के बीच जाकर उनसे ऐसी ही अपील करुंगा। इसके रिस्पांस को सोशल मीडिया के जरिए भी आगे बढ़ाया जायेगा। दिवाली एक ऐसा अवसर है, जब आप नशामुक्ति का संकल्प ले सकते हैं।

-सुशांत यादव, छात्र एमएनएनआईटी

Posted By: Inextlive