-सरसौल में हिंदू वाहिनी के कथित कार्यकर्ताओं ने चौकी के अंदर डीसीएम ड्राइवर को लाठी-डंडो से पीटा

-गोहत्या का आरोप लगाकर वारदात को दिया गया अंजाम, वीडियो वायरल होने पर मचा हड़कंप

-एसएसपी ने सिपाही को सस्पेंड किया, एसपी ग्रामीण को पूरे मामले की जांच सौंपी

KANPUR : शहर के नए कप्तान अपराधों पर लगाम लगाने के लिए पुलिसकर्मियों को हिदायत दे रहे हैं वहीं दूसरी ओर बेखौफ दबंग चौकी के अंदर घुसकर गुंडई कर रहे हैं। शुक्रवार को एक दर्जन से अधिक कथित गोरक्षकों ने सरसौल चौकी के अंदर घुसकर पुलिस के सामने डीसीएम ड्राइवर को लाठी-डंडों से बुरी तरह पीटकर अधमरा कर दिया। दबंगों के खौफ के आगे चौकी में मौजूद सिपाही सिर्फ मूक दर्शक बना रहा। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे एसओ ने चार आरोपियों को हिरासत में तो ले लिया लेकिन कार्रवाई के बजाए दोनों पक्षों में समझौता करा दिया। शनिवार को पिटाई का वीडियो वायरल होने पर पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। जिसके बाद एसएसपी ने सिपाही को निलंबित कर मामले की जांच एसपी ग्रामीण को सौंप दी है।

अवैध वसूली को लेकर हुई घटना

महाराजपुर हाथीपुर गांव निवासी अब्बास डीसीएम ड्राइवर हैं। वह शुक्रवार को पशु कारोबारी राशिद और क्लीनर सुलेमान के साथ फतेहपुर गया था। वहां से वह मवेशियों को डीसीएम में लादकर शहर आ रहा था। सरसौल की पूर्वा मिल चौकी के पास घात लगाए हिंदु वाहिनी के चार कथित कार्यकर्ता रवि पांडेय, आशीष पांडेय, विक्की शर्मा और दिवाकर तिवारी ने डीसीएम को रोकने की कोशिश की। ड्राइवर और पशु कारोबारी को पता था कि ये लोग गोहत्या के नाम पर अवैध वसूली करने के लिए गाड़ी रोक रहे हैं। इसके चलते डीसीएम नहीं रोकी। इसे देख आरोपियों ने बाइक से डीसीएम का पीछा किया। सरसौल कस्बा पुलिस चौकी के पास लोडर से टक्कर होने पर अब्बास ने डीसीएम रोक दी। तभी चारों कथित कार्यकर्ता साथियों के साथ मिलकर अब्बास को लाठी डंडे से पीटने लगे।

जान बचाने के लिए चौकी में घुसा

अब्बास जान बचाने के लिए पुलिस चौकी में घुस गया तो कथित कार्यकर्ता पुलिस चौकी में भी घुस गए और अब्बास को पीटते रहे। वहां पर मौजूद सिपाही बृजेश ने उनको रोकने की कोशिश की तो वे सिपाही से भी भिड़ गए। इसी बीच शोर शराबा सुनकर प्रधान पति राजन शुक्ला ग्रामीणों के साथ चौकी पहुंचे और बीच बचाव की कोशिश की। लेकिन, कथित कार्यकर्ताओं ने ग्रामीणों से भी झगड़ा कर लिया। दोनों पक्षों में मारपीट होने का पता चलते ही एसओ उमेश कुमार फोर्स के साथ वहां पहुंच गए। एसओ ने चारों कार्यकर्ताओं और चार ग्रामीणों को हिरासत में लेकर मामला शांत कराया। उन्होंने सभी को मेडिकल के लिए भेज दिया, लेकिन दोनों पक्षों में समझौता होने पर सभी को छोड़ दिया था।

वीडियो वायरल होने से पकड़ा तूल

मामले में समझौता हो जाने के बाद कथित कार्यकर्ता पूरी तरह से बच गए थे, लेकिन शनिवार सुबह सोशल मीडिया पर पुलिस चौकी में पिटाई का वीडियो वायरल हो गया। जिससे मामले ने तूल पकड़ लिया।

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प्रवीण राठौर पर शह देने का आरोप

पुलिस पूछताछ में चारों आरोपियों ने बताया कि वह प्रवीण सिंह राठौर की शह पर काम करते हैं। चारों के मुताबिक प्रवीण सिंह हिंदू वाहिनी के नगर अध्यक्ष हैं। उसी ने उनको हिंदू वाहिनी ज्वाइन कराई थी। प्रवीण ने ही उनको गोहत्या रोकने की जिम्मेदारी दी थी। प्रवीण सरसौल का ही निवासी है। इसलिए वे लोग सरसौल के आसपास सक्रिय रहते हैं।

पुलिस की सेटिंग से होती है वसूली

सूबे में योगी सरकार आने के बाद गोहत्या पर सख्त कार्रवाई की जा रही है। जिसका फायदा उठाकर कुछ लोगों ने पशु कारोबारियों के साथ अवैध वसूली शुरू कर दी। ये लोग खुद को हिंदू वाहिनी का कार्यकर्ता बताते हैं। ये लोग हाइवे से गुजरने वाले मवेशियों से लदे वाहनों को रोककर अवैध वसूली करते हैं। पैसे न मिलने पर गाड़ी मालिक और पशु कारोबारी को गोहत्या का आरोप लगाकर फंसाने की धमकी देते हैं। ये लोग ज्यादातर बार्डर से जुड़ी पूर्वा मिल पुलिस चौकी के पास गाडि़यों को रोकते हैं। सूत्रों के मुताबिक पुलिस को इन लोगों के बारे में पता है, लेकिन पुलिस से सेटिंग होने की वजह से उन पर कार्रवाई नहीं होती है।

Posted By: Inextlive