RANCHI: अब जमीन के दस्तावेज न सरकारी दफ्तरों में धूल फांकेंगे और न ही आग या पानी उनका कुछ बिगाड़ पाएंगे। जी हां, केंद्र सरकार के नेशनल लैंड रिकार्ड मॉडर्नाइजेशन प्रोग्राम के तहत झारखंड के सभी रिकार्ड रूम को डिजिटल बनाया जा रहा है। इसके लिए एजेंसी फॉर प्रमोशन ऑफ इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी ने टैरा सॉफ्टवेयर को 77.97 करोड़ का वर्क ऑर्डर दे दिया है। टैरा सॉफ्टवेयर झारखंड के ख्भ्9 ब्लॉक में जमीन का मॉडर्न डिजिटल रिकार्ड रूम तैयार करेगा, जहां जमीन के सारे दस्तावेज ऑनलाइन रहेंगे।

सड़ने-गलने का डर नहीं

आईटी सेक्रेटरी सुनिल कुमार वर्णवाल ने बताया कि मॉडर्न डिजिटल रिकार्ड रूम में जमीन के सभी दस्तावेज सुरक्षित रहेंगे। रिकॉर्ड रूम में जमीन से जुडे सभी कागजातों को वाटर, फायर व डस्ट प्रूफ काम्पैक्टर में रखा जाएगा। ऐसे में आग, पानी या धूल से दस्तावेजों को कोई नुकसान नहीं होगा।

सारे रिकार्ड होंगे ऑनलाइन

सभी कागजातों को स्कैन कर उनकी एक अतिरिक्त सुरक्षित प्रति कंप्यूटर में भी रखी जाएगी। इन कागजातों का ऑनलाइन प्रिंट भी निकल सकेगा। सभी तरह के भूमि रिकॉर्ड ऑनलाइन हो जाएंगे। सभी जिलों का रिकॉर्ड ऑनलाइन होने के बाद इसे एक कॉमन सर्वर से जोड़ दिया जाएगा। इसके बाद किसी भी जिले में भूमि संबंधी कोई भी लेन-देन होने पर डाटा ऑनलाइन अपडेट किया जा सकेगा।

सड़-गल गए हैं रिकार्ड रूम में रखे दस्तावेज

जमीन के खतियान और रजिस्टर-ख् की हालत ठीक नहीं है। जमीन के दस्तावेज इतने सड़-गल गए हैं कि कि इसे उलटने पर भी पेज फट जा रहे हैं। साथ ही इसकी हालत ऐसी हो गई है कि इसे पढ़ा भी नहीं जा सकता है। जबकि मॉडर्न रिकॉर्ड रूम में काफ पुराने रिकॉर्ड भी सुरक्षित रखे जा सकेंगे। झारखंड में करीब क्800 ई0 से जमीन के दस्तावेज रिकार्ड रूम में रखे गए हैं।

वर्जन

झारखण्ड में जमीन के दस्तावेज को पूरी तरह से डिजिटल किया जा रहा है। एजेंसी फ ॉर प्रमोशन ऑफ इनफ ार्मेशन टेक्नोलॉजी झारखंड द्वारा इसकी मॉनिटरिंग की जाएगी। मॉडर्न डिजिटल रिकार्ड रूम बनाने का काम टैरा सॉफ्टवेयर कंपनी को दिया गया है। झारखंड के ख्भ्9 ब्लॉक में जमीन का आधुनिक रिकार्ड रूम तैयार करना है। यहां सारे दस्तावेज ऑनलाइन रहेंगे।

-सुनिल कुमार वर्णवाल, आईटी सेक्रेट्री, रांची

Posted By: Inextlive