'मोहम्मद अली जिन्ना देश के महापुरुष'
-कानपुर में आयोजित सामूहिक विवाह कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या ने बोले, आजादी की लड़ाई में जिन्ना का था योगदान
kanpur@inext.co.in KANPUR: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के जिन्ना विवाद पर प्रदेश के कैबिनेट मिनिस्टर स्वामी प्रसाद मौर्या के बयान ने नया विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा कि मोहम्मद अली जिन्ना देश के महापुरुषों में शामिल हैं। ऐसे में महापुरुषों के बारे में गलत बयान देने वाले नेता उनकी पार्टी के हों या दूसरे दलों की, मैं उनकी निंदा करता हूं। कैबिनेट मिनिस्टर ने यह भी कहा कि आजादी से पहले अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई में जिन्ना का बड़ा योगदान रहा है। कैबिनेट मंत्री के इस बयान के बाद भाजपाई इधर-उधर देखते नजर आए। कुछ ही देर में उनका बयान राजनैतिक गलियारों में गूंजने लगा। ------- बॉक्स ------- 'मजदूरों के बच्चे भी बनेंगे इंजीनियरिंगइंजीनियरिंग और मेडिकल एंट्रेंस में सेलेक्ट होने वाले मजदूर के बच्चों की पढ़ाई का खर्च प्रदेश सरकार उठाएगी। इसकी घोषणा श्रम एवं सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या ने ट्यूजडे को कानपुर में की। उन्होंने कहा कि भवन निर्माण करने वाले मजदूरों को सरकार की ओर से सुरक्षा किट भी दी जाएगी, जिसमें ड्रेस, हेलमेट, औजार और बूट भी दिए जाएंगे। बता दें कि कानपुर मंडल में अभी तक 3,87,697 मजदूर रजिस्टर्ड हैं।
तलाकशुदा, विधवा की भी शादी मौर्या शास्त्री नगर में श्रम विभाग की ओर से आयोजित सामूहिक विवाह कार्यक्रम में शिरकत करने कानपुर पहुंचे थे। सरकारी ोजनाओं के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि मजदूर अपने बेटे या बेटी का घर पर विवाह करना चाहते हैं तो 55,000 रुपए और सामूहिक विवाह में शादी करेंगे तो 65,000 रुपए दिए जाएंगे। शादी के बाद 2 दिन के अंदर बेटी के पिता के खाते में पैसे पहुंचा दिए जाएंगे। इसमें कुल 434 लाभार्थियों को 2 करोड़ 82 लाख रुपए की धनराशि दी जाएगी। इसमें कई विधवा और तलाकशुदा महिलाओं की भी शादी कराई गई। ---------------- --------------- विभिन्न जिलों से आए वर-वधू कानपुर नगर- 269 कानपुर देहात- 80 इटावा-20 औरैया-31 कन्नौज-18 फर्रुखाबाद- 16 निकाह-20 --------------- शादी में न आने पर बहाना बनाते रहेसामूहिक विवाह के कार्यक्रम में 414 जोड़ों का विवाह और 20 का निकाह पढ़ाया जाना था। लेकिन मौके पर मौजूद श्रम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि 335 जोड़े विवाह और 11 जोड़े ही निकाह के लिए पहुंचे हैं। लोगों से संपर्क किया गया तो कोई पहुंच नहीं पाया तो किसी ने रिश्तेदारी में मौत होने की बात बताई। वहीं गायत्री परिवार की ओर से विवाह की रस्मों को पूरा कराया गया।