-रामकथा में बोले संत मोरारी बापू, सिमरिया में सिद्धेश्वर महादेव की करो स्थापना

BEGUSARAI/PATNA: सिमरिया में गंगा किनारे नौ दिवसीय रामकथा के पांचवें दिन बुधवार को व्यास पीठ से कथावाचक संत मोरारी बापू ने कहा कि राजनीतिक रैलियां सद्भाव पैदा नहीं कर सकतीं, लेकिन रामकथा सद्भावना पैदा करती है। हनुमान सबके हैं, इसलिए उनपर अकारण कुछ ना बोला जाए। भगवान राम यशस्वी राजा हैं तो रावण मनस्वी राजा। सिमरिया में सिद्धेश्वर महादेव की स्थापना करो। सिमरिया में मंदाकिनी की धारा के साथ सूक्ष्म रूप में चित्रकूट है। भीड़ को देखते हुए बापू ने कहा कि दिनकर की हुंकार को पढ़ो। दिनकर यशस्वी के साथ-साथ मनस्वी कवि हैं। दिनकर की अभावग्रस्त ¨जदगी उनका तप था। रामकथा चलता-फिरता मानसरोवर है। रामकथा ही सत्संग है। हिमाचल के मानस सरोवर में जल है, तो तुलसी की मानस कथा में संतवाणी। हिमालय के पानी में डूबने से मौत हो सकती है, पर तुलसी के मानसरोवर में इंसान तैरकर निकल जाता है। शंकर जी का जन्म नहीं हुआ है, वो अजन्मा हैं। बोले, सब पर राम तपस्वी राजा, जिनके काज सकल भय साजा। हनुमान चालीसा का पाठ सुबह-शाम करो। महिलाओं-बच्चियों से कहा कि ये तुम्हारा अधिकार है। तुम सब हनुमान चालीसा का पाठ करो।

Posted By: Inextlive