- पीओएस की बजाए एटीएम पर ज्यादा भरोसा करते हैं गोरखपुराइट्स

- एटीएम कम होने से बढ़ेगी पीओएस मशीन से खरीदारी

GORAKHPUR: कंफेडरेशन ऑफ एटीएम इंडस्ट्री द्वारा तकरीबन आधे एटीएम बंद होने की आशंका जाहिर होने के बाद से शहर में एटीएम यूजर्स की चिंता बढ़ गई है। शहर में 499 एटीएम हैं जिनमें कैश की निकासी प्रतिदिन 20 से 25 करोड़ रुपए है। जबकि पीओएस मशीन से होने वाले भुगतान एटीएम से कैश निकासी की अपेक्षा चौथाई हैं। ऐसे में सवाल गंभीर होता जा रहा है कि शहर के आधे एटीएम बंद होने के बाद कैश की किल्लत से किस कदर पब्लिक को दो-चार होना पड़ेगा। पीओएस मशीन ज्यादातर फुटकर दुकानों पर ही रखे जाते हैं और वह भी बड़ी दुकानों पर ही। जबकि शहर में 80 फीसदी फुटकर दुकानें छोटी पूंजी की हैं। छोटी दुकानों पर केवल कैश में ही भुगतान किया जाता है।

बढ़ जाएगा पीओएस मशीन का यूज

एटीएम बंद होने की अवस्था पीओएस मशीन का यूज बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है। साथ ही इससे डिजिटल बैंकिंग को भी बढ़ावा मिलेगा। क्योंकि एटीएम नहीं मिलने से लोगों को कैश के लिए बैंक ब्रांच पर अधिक निर्भर रहना होगा। फिलहाल स्थिति यह है कि कैश के लिए ज्यादातर लोग एटीएम पर निर्भर रहते हैं। जिसके कारण शहर में प्रतिदिन एटीएम से 20 से 25 करोड़ रुपए की निकासी हो जाती है। शहर में एसबीआई एटीएम सबसे अधिक 161 हैं जिनमें से औसतन रोजाना 4 से 5 करोड़ रुपए की निकासी हो जाती है। ऐसे ही पंजाब नेशनल बैंक से 2 से 3, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया से 3, इलाहाबाद से 1 से 2 व अन्य एटीएम से भी 10 से 15 करोड़ तक निकासी हो जाती है।

एटीएम से कैश निकासी 20-25 करोड़

पीओएस से भुगतान 4-5 करोड़

शहर में पीओएस मशीन 12 हजार लगभग

यूज हो रहे पीओएस मशीन 8 हजार

डेबिट कार्ड यूजर्स 7 लाख

क्रेडिट कार्ड यूजर्स 1.5 लाख

बैंक शाखा एटीएम

एबीआई 74 161

बैंक ऑफ बड़ौदा 9 18 पीएनबी 40 80 इलाहाबाद बैंक 26 17 यूनियन बैंक 19 41 सेंट्रल बैंक 17 15 यूको बैंक 14 11 केनरा बैंक 11 15 ओरियंटल बैंक 6 6 बैंक ऑफ इंडिया 4 9 सिंडिकेट बैंक 7 6

पूर्वाचल बैंक 75 0 अन्य 64 120

वर्जन

कंफेडरेशन ने चतावनी जारी की है। गोरखपुर में अभी उसका कोई प्रभाव नहीं हुआ है। आने वाले दिनों में इसका प्रभाव पड़ सकता है।

- महेश प्रसाद गुप्ता, लीड बैंक मैनेजर

कोट्स

एटीएम्स में कैश के लिए फिलहाल जूझना पड़ रहा है। कैश नहीं मिलने पर शहर के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। एटीएम अगर बंद हो जाएंगे तो काफी परेशानी होगी।

- संदीप पांडेय, प्रोफेशनल

एटीएम के कारण तत्काल जरूरत पड़ने पर कैश की समस्या नहीं होती है। उनकी संख्या कम होने पर बैंकों व एटीएम के बाहर लाइन में खड़े होने वालों की संख्या बढ़ जाएगी।

- रमेश, प्रोफेशनल

Posted By: Inextlive