-सीएम ने कहा, बेली रोड की जगह नेहरू रोड क्यों नहीं कहते

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क्कन्ञ्जहृन्: बिहार में जो निर्माण हुए हैं उसके बारे में लोगों को बहुत सी बातें मालूम नहीं है। पटना के सम्राट अशोक कन्वेंशन केंद्र में जो बापू सभागार बना है वह पूरी तरह से स्टील स्ट्रक्चर है। इतना ही नहीं, एफिल टावर के निर्माण में जितना स्टील लगा है उससे दोगुना स्टील का उपयोग बापू सभागार के निर्माण में हुआ है। यह बातें शुक्रवार को सीएम नीतीश कुमार ने कही। उन्होंने कहा कि बड़ी ही अजीब स्थिति है। लोग बेली रोड-बेली रोड बोलते रहते हैं जबकि उस रोड का नाम है जवाहरलाल नेहरू पथ है। वैसे हम नेहरू के अनुयायी नहीं फिर भी प्रचार करते रहते हैं। हम तो गांधी के अनुयायी और लोहिया के पदचिन्ह पर चलने वाले लोगों में हैं। वैसे आजादी की लड़ाई में नेहरू का भी कम योगदान नहीं था। स्थानीय अधिवेशन भवन में अभियंताओं के ओरिएंटेशन कार्यक्रम में सड़कों की चर्चा के दौरान सीएम ने यह बातें कहीं। उन्होंने कहा इसी तरह पटना में जिस बिहार संग्रहालय का निर्माण हुआ वह देश का पहला इंटरनेशनल म्यूजियम है। बोधगया में बापू सभागार से भी सुंदर कन्वेंशन केंद्र का निर्माण होगा। राजगीर में स्पो‌र्ट्स एकेडमी और अंतरराष्ट्रीय स्तर का क्रिकेट स्टेडियम बनने जा रहा है। अफसरों को निर्देश दिया कि नव नियुक्त सहायक अभियंताओं को बिहार संग्राहलय और सम्राट अशोक कन्वेंशन केंद्र का भ्रमण कराएं।

नया भवन बने तो इस पर सोचें

सीएम ने कहा कि सरकार पुराने भवनों को भूकंप से बचाने के लिए रेट्रोफिटिंग का काम करा रही है। पर विशेषज्ञ कह रहे कि इसकी लाइफ 25 साल ही है। अगर रेट्रोफिटिंग से 10-15 प्रतिशत अधिक खर्च पर नया भवन बन जाता है तो भवन निर्माण विभाग को इसे देखना होगा।

सड़क नेटवर्क में बिहार तीसरे नंबर पर

स्थानीय अधिवेशन भवन में अभियंताओं के ओरिएंटेशन कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि प्रति सौ वर्ग किमी में सड़क नेटवर्क की स्थिति के मामले में बिहार देश में तीसरे नंबर पर आ गया है। बिहार में प्रति एक सौ वर्ग किमी पर 218 किमी सड़क है। देश में एनएच की लंबाई में बिहार दूसरे स्थान पर है । विगत दस वषरें में सड़क की लंबाई में 57 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। पिछले 14 वषरें में सड़क निर्माण पर बिहार में एक लाख, उन्नीस हजार करोड़ रुपए खर्च हुए हैं.उप मुख्यमंत्री ने कहा कि नवनियुक्त इंजीनियर यह भी जान लें कि बिहार में अलकतरा घोटाला भी हुआ है। वर्ष 1995-96 में बिहार में केवल छह किमी सड़क बनी और 94 हजार मीट्रिक टन अलकतरा की खरीद हो गई। रास्ते में ही अलकतरा बेच दिया गया।

रोड मेंटेनेंस पॉलिसी में चौदह हजार किमी सड़क

कार्यक्रम में पथ निर्माण मंत्री नंदिकशोर यादव ने कहा कि नई रोड मेंटेनेंस पॉलिसी में 14,000 किमी सड़क ली गई है। पहले 8,000 किमी सड़क थी। अब पांच वषरें की जगह निर्माण कंपनियों के जिम्मे सड़कों के रख-रखाव का काम सात वर्ष का होगा। भवन निर्माण मंत्री महेश्वर हजारी ने कहा कि भवन निर्माण विभाग के पास अब अभियंताओं की कमी नहीं है। विभाग में 100 सहायक अभियंताओं को कांट्रेक्ट पर लिया गया है।

Posted By: Inextlive