'ऑफ' छोड़ 'ऑन'लाइन बन रहा च्वाइस
25 हजार छात्रों ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी का इंट्रेंस आनलाइन देने का आप्शन चुना
दो साल पहले सिर्फ आनलाइन एग्जाम को लेकर हुआ था बवाल prayagraj@inext.co.in PRAYAGRAJ: दो साल पहले सिर्फ आनलाइन इंट्रेस पर गदर इतिहास बनने की ओर है. आन और ऑफलाइन दोनो मोड में इंट्रेंश में एपीयर होने का आप्शन होने पर छात्र खुद अब आनलाइन की तरफ मूव करने लगे हैं. इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के इंट्रेंस एग्जाम में इस साल एपीयर होने जा रही छात्रों की पसंद तो ऐसा ही संकेत देती है. इस साल करीब 25 हजार छात्रों ने आनलाइन एग्जाम में एपीयर होने की मंशा जतायी है. ऑनलाइन सेंटर्स की संख्या बढ़ीडायरेक्टर एडमिशन प्रो. मनमोहन कृष्ण कहते हैं कि पूर्व के वर्षो में ऑनलाइन एग्जाम देने वालों की संख्या 10000 के आसपास ही रहा करती थी. इस बार ऑनलाइन एग्जाम सेंटर्स की संख्या 25 कर दी गई है. बीए में 3952, बीएससी में 5407, बीकॉम में 1165 तथा बीएएलएलबी में 801 छात्र-छात्राओं ने इस विकल्प को चुना है.
क्लासवाइज डाटा -------------- क्रेट ऑफलाइन- 6756 पीजीएटी वन ऑफलाइन- 11,316 ऑनलाइन- 2446 एलएलबी ऑफलाइन- 8399 ऑनलाइन- 1549 एमकॉम/एलएलएम ऑफलाइन- 3119 ऑनलाइन- 659 बीएससी ऑफलाइन- 21,119 ऑनलाइन- 5402 बीकॉम/बीएससी होम साइंस ऑफलाइन- 9154 ऑनलाइन- 1165 बीए ऑफलाइन- 26,921 ऑनलाइन- 3952 बीएएलएलबी आनर्स ऑफलाइन- 4554ऑनलाइन- 801
इस साल जैसा ही रिस्पांस रहा तो नेक्स्ट सेशन से सेंट्रल यूनिवर्सिटी में केवल ऑनलाइन एग्जाम कराया जाएगा. ऑनलाइन एग्जाम के आप्शन के चलते बंगलुरु, तिरुवनंतपुरम और कोलकाता में भी छात्र मिल जाते हैं.
प्रो. मनमोहन कृष्ण, डायरेक्टर एडमिशन, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी