RANCHI:लोकसभा चुनाव की तैयारी जोरशोर से शुरू हो गई और इस बार प्रत्याशियों के लिए सबसे बड़ी चुनौती वोटर्स लिस्ट बन गई है। प्रत्याशियों की नजर सबसे अधिक इस बात पर है कि उनके मतदाताओं का नाम वोटर लिस्ट में है भी या गायब हो गया है। राजधानी में हुए मतदाता सूची पुनरीक्षण सर्वेक्षण के तहत करीब 6746 नाम गायब हो गए हैं। जिला प्रशासन के सर्वेक्षण के क्रम में इन लोगों का नाम-पता तलाशा नहीं जा सका, जिसके बाद इन नामों को वोटर लिस्ट से काट दिया गया है। सबसे अधिक नाम हटिया विधान सभा क्षेत्र से काटे गए हैं। यहां 1995 लोगों ने नाम हटाने के लिए आवेदन दिया था, जबकि अन्य कई नामों में त्रुटियां पाई गई हैं। इसके बाद खिजरी विधानसभा के 1245 व सिल्ली विधानसभा के 996 लोगों समेत पूरी राजधानी से करीब 7000 नामों को वोटर लिस्ट से हटाया गया है।

अक्टूबर में ही फाइनल लिस्ट

चुनाव आयोग और जिला प्रशासन के अधिकारियों के प्रयास से अक्टूबर माह में ही वोटर लिस्ट में आवश्यक सुधार कर सूची जारी कर दी गई है। इसके बाद नामों की एंट्री बंद कर दी गई। उल्लेखनीय है कि कई चुनाव क्षेत्रों में वोटर लिस्ट की गड़बड़ी के कारण वोटिंग परसेंटेज काफी कम हुआ था। पार्षद चुनाव के दौरान भी वोटर लिस्ट में गड़बड़ी की बातें सामने आई थीं।

12719 नए वोटर्स जोड़े गए

मतदाता सूची पुनरीक्षण सर्वेक्षण के तहत 12719 नए मतदाताओं के नाम जोड़े गए हैं। इनमें ऑफ लाइन 10936 और ऑनलाइन 1783 आवेदन प्राप्त हुए थे। हटिया विधानसभा क्षेत्र से जहां सबसे अधिक लोगों के नाम काटे गए हैं वहीं सबसे अधिक नए नाम जोड़े भी गए हैं। सात विधानसभा में से सबसे अधिक 3099 नए मतदाता हटिया विधानसभा में जोड़े गए। इसके बाद मांडर विधानसभा में 2036 और कांके में 1939 मतदाता जोड़े गए।

2000 के करीब सुधार कार्य

सर्वेक्षण के क्रम में करीब 2182 मतदाताओं के नाम, पता व फोटो में सुधार किया गया है। इस गड़बड़ी के कारण इन लोगों को पिछले चुनाव में वोट देने में काफी परेशानी आई थी। साथ ही कई लोग वोट देने से वंचित रह गए थे।

वर्जन

वोटर लिस्ट में सुधार कर जिन लोगों के भी आवेदन प्रशासन को मिले थे, उनपर कार्रवाई की जा चुकी है। चुनाव आयोग और जिला प्रशासन के अधिकारी लगातार इसपर नजर बनाए हुए हैं। नई वोटर लिस्ट जारी की जा चुकी है।

राय महिमापत रे, डीसी, रांची

Posted By: Inextlive