इसे मां की ममता कहें या अंधविश्वास. सांप के काटने से तीन दिन पहले हुई 14 वर्षीय बेटे की मौत मां का दिल मानने को तैयार नहीं है. उसे रात को सपने में देवता दिखाई देते हैं और कहते हैं बेटा जिंदा है. बायगीरों के असफल रहने के बाद दफनाए गए बेटे का शव इसी के चलते सोमवार को कब्र से निकलवा लिया गया लेकिन शव गला होने के कारण उसे दुबारा दफनाना पड़ा. मामला टेढ़ी बगिया के जीवन नगर का है.


रात को सोते में सांप ने काट लियायहां के रूप सिंह का 14 वर्षीय बेटा पंकज दौज पर अपनी मां के साथ ननिहाल मैनपुरी के गांव भेड़पुर गया था. वहां रात को सोते में उसे सांप ने काट लिया. डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. उसके बाद परिजन उसे लेकर आगरा पहुंच गए. यहां भी डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इसके बाद परिजनों ने आसपास के बायगीरों को बुलाया. शुक्रवार को दिनभर बायगीर थाली बजाकर तंत्र- मंत्र करते रहे. उसके बाद भी पंकज के शव में जान नहीं आई, तो शनिवार को नरायच पर स्थित कबीर घाट पर दफना दिया गया.दोबारा दफनाना पड़ा शव
रविवार रात मृतक की मां मालती ने सपना देखा. मालती के मुताबिक उसे सपने में देवता दिखे. उन्होंने उससे कहा कि बेटा जिंदा है, उसे निकलवा लो. उसके बाद परिजनों ने दोपहर को बायगीर देशराज को बुला लिया. सोमवार दोपहर शव को बाहर निकाला गया, लेकिन तीन दिन पहले दफनाया गया शव बुरी तरह गल चुका था और उससे दुर्गध आ रही थी. इसे देख उसके फिर जिंदा होने की उम्मीद धूमिल हो गई. उन्होंने शव को दुबारा दफना दिया.

Posted By: Satyendra Kumar Singh