RANCHI: एसबीएम स्कूल कमड़े में मदर्स डे को लेकर प्रोग्राम हुआ। इसमें बच्चों ने बढ़-चढ ़कर भाग लिया और मां के रूप में टीचर्स के लिए दिन को खास बना दिया। सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ शुरुआत हुई, जिसमें बच्चों ने अपना मनमोहक डांस और गाना टीचर्स को डेडिकेट किया। इस पल को टीचर्स के लिए खास बनाने के उद्देश्य से बच्चों ने हैंड मेड का‌र्ड्स उन्हें गिफ्ट किया। मां पर सुंदर कविताएं लिख कर प्रस्तुत किया। मौके पर पूरे स्कूल में कोलाज बना कर इस पल का यादगार बनाया गया। कार्यक्रम का संचालन टीचर सिम्पी ने किया। मौके पर मुख्य रूप से प्रिंसिपल के साथ वाइस प्रिंसिपल सीमा प्रसाद, अर्चना, संदिपीका, राखी मिश्रा सहित अन्य टीचर्स मौजूद थीं।

क्या कहती हैं मॉम

अपनी बेबी की पैरेंटिंग को लेकर रांची की मिसेज गड़ोदिया काफी अलर्ट रहती हैं। यही वजह है कि वे अपनी बेटी की सही और परफेक्ट पेरेंटिंग के लिए काफी हद तक डिजिटल व‌र्ल्ड से भी जुड़ी हुई हैं। बेबी के हंसने, बोलने, रहन-सहन और ग्रोइंग मैनर्स को सीखने के लिए वे इंटरनेट की मदद जरूर लेती हैं। मिसेज गड़ोदिया ये मानती हैं कि स्मार्टफोन ने स्मार्ट लिविंग को सिखा दिया है।

मिसेज गड़ोदिया

डिजिटल व‌र्ल्ड में खुद को डिजिटल मॉम प्रूव करने की पूरी कोशिश करती हैं डा। नायर। पेशे से पेड्रियाट्रिक डॉ। नायर डिजिटल व‌र्ल्ड को मॉम के लिए एक वरदान मानती हैं। फिर चाहे बच्चों की एक्टिविटी हो या मेमोरेबल मूवमेंट इन सबको वे अपने कैमरे में कैद कर यूट्यूब या इंस्टाग्राम पर जरूर शेयर करती हैं। वह कहती हैं कि इसके साथ ही कई मायने में पेरेटिंग के गुर भी यहां सीखने को मिलते है। डॉ। नायर मानती हैं कि बच्चे की वे ऑफ लिविंग स्मार्ट हो, इसके लिए ये डिजिटल व‌र्ल्ड काफी सराहनीय भूमिका निभा रहा है।

डॉ नायर

Posted By: Inextlive