मोतीलाल नेहरू मेडिकल कालेज के सभागार में आयोजित तीन दिवसीय कुंभ कान्क्लेव का समापन

ALLAHABAD: आज दुनिया में हर तरफ अशांति का माहौल है। आतंकवाद से लेकर गृहयुद्ध और आपसी मनमुटाव का दौर इंसान के भीतर से इंसानियत को समाप्त कर रहा है। ऐसे हालात में सर्वे भवन्तु सुखिन : सर्वे सन्तु निरामया के जरिए हम सब मिलकर पूरे विश्व की शांति और कल्याण के लिए ईश्वर से प्रार्थना करें। इसका रास्ता दिखाने का काम दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक मेला कुंभ में होना चाहिए। यह बातें इंडिया थिंक काउंसिल व पर्यटन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में मोतीलाल नेहरू मेडिकल कालेज के सभागार में आयोजित तीन दिवसीय कुंभ कान्क्लेव के अंतिम दिन परमार्थ निकेतन आश्रम, ऋषिकेश के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती मुनि जी ने कही।

विश्व को दिखाएं अपनी संस्कृति

गुजरात से पधारे स्वामी परमात्मानंद जी ने कहा कि प्रयाग की धरा पर होने जा रहे कुंभ मेला में दुनिया के 192 देशों के प्रतिनिधि आएंगे। इसके अलावा देश-दुनिया से करोड़ों श्रद्धालु भी यहां के आध्यात्म का दर्शन करेंगे और संगम के तट पर पुण्य कमाएंगे। हम सब की जिम्मेदारी बनती है कि दुनिया को अपनी आध्यात्मिक संस्कृति से जोड़ा जाए।

सदस्यों को किया गया सम्मानित

कुंभ कान्क्लेव के समापन अवसर पर संत-महात्माओं की मौजूदगी में इंडिया थिंक काउंसिल के सदस्यों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। आभार ज्ञापित करते हुए काउंसिल के डायरेक्टर सौरभ पांडेय ने कहा कि कुंभ मेला से पहले यहां आकर बहुत सी जानकारियों से रूबरू होने का मौका मिला। संचालन आचार्य पंकज ने किया।

Posted By: Inextlive