एमडीडीए और एनबीसीसी के बीच हुआ करार

देहरादून,

राजधानी में रिस्पना और बिंदाल नदी के आसपास के क्षेत्रों में बेहतर सुविधाएं देने और रिवर फ्रंट एरिया के सौंदर्यीकरण को लेकर सैटरडे को एमडीडीए और एनबीसीसी के बीच करार हुआ है। एनबीसीसी द्वारा बिन्दाल व रिस्पना के रिवर फ्रंट डेवलपमेन्ट व सौन्दर्यीकरण का कार्य पीएमसी मॉडल के आधार पर किया जाएगा। यह एमडीडीए का अब तक का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट है।

सड़क व आवास निर्माण

एनबीसीसी इण्डिया लिमिटेड नेशनल बिल्डिंग कंसट्रक्शन कॉरपोरेशन लिमिटेड द्वारा 750 करोड़ रुपये की लागत से रिस्पना के आस.पास 1.2 किमी व बिन्दाल के आसपास 2.5 किमी क्षेत्र में रिवर फ्रंट डेवलपमेंट के तहत चैनलाइजेशन का कार्य करेगी। इसके अलावा जन सुविधाओं व सड़कों का निर्माण निर्धनो के लिए आवास निर्माण, पार्किंग व्यवस्था व रिवर फ्रंट एरिया के सौन्दर्यीकरण का कार्य भी किया जाएगा।

सीएम की मौजूदगी में एमओयू

सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत की उपस्थिति में सैटरडे को सीएम आवास में एनबीसीसी इंडिया लिमिटेड व मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण के मध्य 750 करोड़ रुपये का एमओयू किया गया। सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने एनबीसीसी व एमडीडीए को प्रोजेक्ट के लिए बधाई व शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर सीएम के औद्योगिक सलाहकार केएस पंवार, एमडीडीए के उपाध्यक्ष डा। आशीष कुमार श्रीवास्तव, एनबीसीसी, पी एस रावत सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

Posted By: Inextlive