Film Preview: पुरुष प्रधान परिवार और हिंसा के बीच इस 'तितली' को भरनी होगी उड़ान
ऐसी होगी कहानी
फिल्म की कहानी है दिल्ली के एक लूटेरे परिवार की। इस परिवार के मुखिया डैडी (ललित बहल) हैं। इनके तीन बेटे विक्रम (रणवीर शौरी), बावला (अमित सयाल) और तितली (शशांक अरोड़ा) हैं। ये परिवार एक बिजनेस करता है। ये बिजनेस है लूटमार का। इस बिजनेस को घर के दोनों बड़े भाई विक्रम और प्रदीप आगे बढ़ाते हैं, लेकिन सबसे छोटे तितली का इस काम में मन नहीं लगता। वो यह सबकुछ छोड़-छाड़ के आगे बढ़ जाना चाहता है। इसी बीच तितली की शादी होने को है और उसकी शादी के साथ आते हैं फिल्म की कहानी में कई मोड़। अब आगे देखना ये है कि क्या वाकई तितली अपने मकसद में कामयाब हो पाता है या...।
टिपिकल पुरुष प्रधान परिवार पर आधारित है
बता दें कि फिल्म को 2014 के कान फिल्म महोत्सव में दिखाया जा चुका है। तब से अब तक ये फिल्म 22 अंतरराष्ट्रीय फेल्म महोत्सवों में दिखाई जा चुकी है। इतना ही नहीं फिल्म ऐसे महोत्सवों में करीब 8 पुरस्कार भी जीत चुकी है। फिल्म की कहानी खुद डायरेक्टर कनु बहल ने शरत कटारिया संग मिलकर लिखी है। यह कहानी एक अलग तरह की सोच रखने वाले परिवार की जिंदगी को दर्शाती है। फिल्म में कल्पना से पूरी तरह से बचने की कोशिश की गई है। फिल्म में जो परिवार दिखाया गया है, वो एक टिपिकल पुरुष प्रधान परिवार है। फिल्म में हिंसा अपनी चरम सीमा पर दिखाई गई है।
यह जानना होगा जरूरी
यहां ये बताना भी जरूरी होगा कि फिल्म तितली के निर्देशक कनु बहल ने इसके पहले निर्माता निर्देशक दिबाकर बनर्जी की कई फिल्मों में सहायक निर्देशक के तौर पर काम किया है। इससे पहले कनु ने लव सेक्स और धोखा सरीखी फिल्म को लिखने में भी सहायता की है। वहीं इस बार दिबाकर ने कनु बहल को फिल्म तितली डायरेक्ट करने का मौका दिया है। अब देखते हैं कि दर्शकों के दिमाग में ये तितली कितनी उड़ती है।