मैरी कॉम के ट्रेलर में एक लाइन है कि कभी किसी को इतना भी मत डराओ कि डर ही खत्म हो जाए मैरी कॉम इसी डर के खत्म होने की कहानी है. एक औरत होने के डर के खत्म होने की कहानी.

31 साल की मैरी कॉम पांच बार वर्ल्ड एमेचर बॉक्सिंग चैम्पियन रह चुकी हैं और मणिपुर में जन्मी  हैं. उन्हीं की लाइफ पर बेस्ड इस फिल्म में प्रियंका चोपड़ा मैरी कॉम का रोल प्ले की रही हैं.  फिल्म की शुरूआत होती है मैरी के अपने सेल्फ डिफेंस के लिए अवेयर होने वाले एक इंसीडेंट से और यही इंसीडेंट उन्हें बॉक्सिंग के लिए पैशिनट बना देता है. फिल्म में मैरी कॉम की इनिशियल ट्रेनिंग, एक नए स्पोर्ट के लिए उनके स्ट्रगल, उनके डैडिकेशन और पैशन को बड़ी खूबसूरती से पोर्टे किया गया है. एक पुअर फेमिली की एम सी मैरी अपनी सारी छोटी विशेज और डिजायर को भूल कर सिर्फ बॉक्सिंग के बारे में सोचती है और छोटे छोटे सेक्रिफाइजेस करके अपनी बाक्सिंग क्लास और किट के लिए मनी कलेक्ट  करती है.
Proudcer: Sanjay Leela Bhansali
Director:  Omung Kumar
Cast: Priyanka Chopra, Darshan Kumaar, Rajni Basumatary, Linn Laisshram, Minakkshi Kalitaa, Sunil Thapa
Rating: 4.5/5 star
इनिशियली मैरी अपनी फेमिली की फाइनांशियल कंडीशन इंप्रूव करने के लिए बॉक्सिंग चैंपियनशिप में पार्टिसिपेट करती है लेकिन फाइट रिजेक्ट हो जाती है. बाक्सिंग फेडरेशन भी अपने सरकास्टिक कमेंटस से उसे डिसकरेज करता है, लेकिन वो अपनी प्रोफेशनल बाक्सर बनने की जिद्द नहीं छोड़ती. इसी बीच मैरी कर लाइफ में ऑनलर (दर्शन कुमार) आते हैं और दोनो फ्रेंड बन जाते हैं. एक दिन ऑनलर, मैरी को प्रपोज करते हैं और दोनो शादी कर लेते हैं. जल्दी ही दोनों ट्विंस के पेरेंटस बन जाते हैं. अब मैरी दो राहे पर खड़ी है उसे अपने बच्चों की अपब्रिंगिंग करनी है या बॉक्सिंग करियर को आगे बढ़ाना है. यहां ऑनलर के अंदर छुपा फ्रेंड मैरी को सर्पोट करता है और वो उसे करियर पर ध्यान देने के लिए कह कर बच्चों की रिस्पांसिबिलटी उठा लेते हैं.  
फाइनली मैरी वो सब अचीव करती है जिसका उसने सपना देखा था और जिसे वो डिजर्व करती थी. उसे सेल्फ रिक्गैनीशन के साथ सेल्फ रेस्पेंक्ट गेन करने का ऑनर मिलता है. वो अपने घर अपने बच्चों और हसबेंड के साथ नयी शुरूआत करती है.
मैरी कॉम बस एक बॉक्सर के स्ट्रगल और सक्सेज की कहानी भर नहीं है ये हर उस औरत की कहानी है जिसे जिंदगी में अपने लिए कुछ चाहिए. जिसका सपना है कि पति में परमेश्वर नहीं दोस्त और सर्पोटर तलाशना उसका भी हक है. कई बार सक्सेज के पीछे औरत नहीं मर्द का होना भी अच्छा लगता है. फिल्म का डायरेक्शन कसा हुआ है. प्रियंका से जिस तरह की उम्मीद की थी वो पूरी हुई है लेकिन दर्शन कुमार की परफार्मेंस कमाल है. जब आप पर किसी का ध्यान ना हो और फिर भी आप को इग्नोर ना किया सके तो ये आपका टैलेंट होता है दर्शन ने इसे प्रूव किया है. म्यूजिक फिल्म को सर्पोट करता है पर बिना उसके भी फिल्म में कुछ खाली नहीं छूटता. कुल मिला कर मैरी कॉम मस्ट वॉच मूवी है.

 

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Posted By: Molly Seth