टेक्निकल डिपार्टमेंट ने माइंडब्लोइंग काम किया। 35 मिनट के आस पास का क्लाइमेक्स फिल्म का हाई पॉइंट है।


कानपुर। ये इस साल की सबसे महंगी फिल्म है, तमिलनाडू में तो पर्व की तरह मनाया जा रहा है, 2.0 की रिलीज़ पे। हो भी क्यों न, रजनीकांत के साथ बॉलीवुड के एक्शन स्टार अक्षय कुमार की कास्टिंग रोचक है और यही कारण है कि फिल्म को इतनी हाइप मिली है। कैसी है ये फिल्मआइये आपको बताते हैं।रेटिंग : 3.5कहानी :मोबाइल फोन की लत लगी समाज को और मिर्च लगी पक्षीराज को, उसने मचाया उत्पात और रोकने आया वासिकरण का चिट्टी।क्या है खास
टेक्निकल डिपार्टमेंट ने माइंडब्लोइंग काम किया। 35 मिनट के आस पास का क्लाइमेक्स फिल्म का हाई पॉइंट है। इस साल के सबसे उम्दा वी एफ एक्स के चलते फिल्मएक विसुअल मास्टरपीस है। फिल्म के एक्शन स्टंट्स भी अजब गजब हैं। साउंड डिपार्टमेंट और आर्ट डायरेक्शन भी टॉपनॉच है। फिल्म में लगाया एक एक पैसा वसूला गया है ताकि फिल्म उतनी ही भव्य लगे जितनी महंगी बताई जा रही है। मेकअप खासकर अक्षय का मेकअप बहुत ही ज़बरदस्त है।क्या कमी है


कहानी सबसे बड़ी प्रॉब्लम है, और बीच बीच मे ज्ञान बांटने की कोशिश की जा रही है। वाइल्ड लाइफ को बचाने से लेकर साइबर वर्ल्ड में जीने के हैल्थ हैजर्ड विस्तार से बताए गए हैं। वीक स्क्रिप्ट के चलते फिल्म कई जगह पर बोर करती है, क्योंकि जहां ज्ञान बांटा जा रहा है वहां तो सब वैसे ही ज्ञानी हैं।एक्टिंग :मेकअप के लेयर के नीचे वैसे ही एक्सप्रेशन दिखते नहीं है। रजनीकांत और अक्षय दोनों ही अपने काम को बखूबी करते हैं। एमी जैक्सन को फाइनली अपने कैलिबर का रोल मिल गया। वो इस फिल्म में भी एक्सप्रेशनलेस रोबोट बनी हैं।कुलमिलाकर ये फिल्म हॉल में जरूर देखिए, भले ही कहानी दोयम दर्जे की हो पर फिल्म हॉल में देखकर पैसा जरूर वसूल हो जाएगा।

Posted By: Mukul Kumar