शराब पुरानी हो कर और बेहतरीन हो जाती है पर उसे सेम इंग्रीडियंडस के साथ जब भी बनाया जाएगा वो चाहे बेहतर बने या खराब पुरानी से डिफरेंट ही होगी. ऐसा ही फिल्‍म की कहानी के साथ होता है कोई भी रीमेक ओरिजनल की कॉपी नहीं हो सकता. यही बात जंजीर के रीमेक के साथ भी लागू होती है.


कहानी बेशक सेम है पर उसे मार्डन टाइम के चेंजेस के साथ अडैप्ट किया गया है. विजय (राम चरन) अपनी ऑनेस्टी के चलते एक पुलिस स्टेशन से दूसरे पुलिस स्टेशन पर ट्रांसफर होता रहता है और फाइनली वो अपने प्रेजेंट डेस्टिनेशन पर पहुंचता है. यहां उसके पास आता है माफिया डॉन तेजा (प्रकाशराज) का केस जिसके ऊपर मर्डर का चार्ज है और उसकी विटनेस है माला (प्रियंका चोपड़ा). विजय को माला की सेफ्टी भी करनी है और तेजा को सजा भी दिलवानी है.
इसी बीच विजय की मुलाकात शेर खान (संजय दत्त) से होती है. शेर खान इललीगल कारों की डीलिंग करता है. एक जबरदस्त फाइट के बाद विजय और खान दोस्त बन जाते हैं. इसके साथ शुरू होती है अच्छाई और बुराई की जंग जिसमें एक तरफ तेजा का आतंक है और दूसरी तरफ विजय, माला और शेर खान का सच को सामने लाने और बुराई को खत्म करने का कमिटमेंट है.


राम चरन ने साउथ से बॉलिवुड में अपना डेब्यु अमिताभ बच्चन की आइकॉनिक फिल्म के रीमेक के साथ करके बहुत बड़ा रिस्क लिया है बार बार उनका कंपेरिजन बिग बी के साथ होगा और उन्हें या तो अपने आप को बिलकुल ही डिफरेंट प्रूव करना है या फिर उनके लेबल तक जाना होगा. राम चरन और डायरेक्टर अपूर्व लाखिया ने स्मार्टनेस दिखाते हुए बिलकुल अलग अंदाज को प्रिफरेंस दी और अपने इस पैतरे में वो कामयाब होते दिख रहे हैं. राम एंग्री यंगमैन तो दिख रहे हैं लेकिन उन पर अमिताभ का इंपैक्ट बिलकुल नहीं है. प्रियंका तो लगता है अमिताभ की रीमेक फिल्मों में काम करने का कॉपीराइट ले चुकी हैं. ये उनकी चौथी बिग बी की रीमेक फिल्म है. उनके एक्टिंग टैलेंट पर शक नहीं है लेकिन इस फिल्म में उनके लिए कोई खास स्पेस नहीं है. संजय दत्त बेशक प्राण नहीं हैं पर शानदार लगे हैं और इस रोल के लिए उनसे बेहतरीन कोई नहीं हो सकता था. फिल्म का म्यूजिक सामान्य है कोई खास असर छोडता हुआ नहीं लगता.         Cast: Ram Charan, Priyanka Chopra, Sanjay Dutt, Prakash Raj, Mahie Gill, Ankur Bhatia, Atul Kulkarni Director: Apoorva Lakhia

Posted By: Kushal Mishra