सात महीने से जारी इन्वेस्टिगेशन के बावजूद मुंबई के ओशिवारा पुलिस स्टेशन के अधिकारियों की जांच को तनुश्री दत्ता के नाना पाटेकर के खिलाफ MeToo आरोपों पर कोई क्लू नहीं मिला है। इसकी सबसे बड़ी वजह गवाहों का ये कहना बताई जा रही है कि उन्हें इतनी पुरानी घटना याद नहीं है।


मुंबई (मिडडे)।  ऐसा लगता है कि नाना पाटेकर के खिलाफ अभिनेत्री तनुश्री दत्ता के शोषण के आरोपों की जांच एक डेड एंड पर पहुंच गई है। एफआईआर दाखिल होने के सात माह बीत जाने के बाद भी ओशिवारा पुलिस को दत्ता की शिकायत के समर्थन में एक भी गवाह नहीं मिला है। गवाहों के ये कहने के बाद कि उन्हों इतनी पुरानी बात को याद करने में मुश्किल हो रही है पुलिस मामले को आगे बढ़ाने में असहाय महसूस कर रही है। घटना 2008 में फिल्म हॉर्न ओके प्लीज के एक आइटम डांस को शूट करने के दौरान घटी बताई जा रही है। डेजी शाह भी हैं गवाह
पुलिस के अनुसार उन्होंने तकरीबन 12 से 15 गवाहों के बयान दर्ज किए हैं, इनमें सलमान खान के साथ मूवी जय हो में काम कर चुकी अभिनेत्री डेजी शाह भी शामिल हैं। डेजी उस समय गाने को कोरियोग्राफ कर रहे डांस डायरेक्टर गणेश आचार्य की असिस्टेंट थीं। गवाहों में ज्यादातर बैकग्राउंड डांसर और सेट पर उस समय मौजूद रहे कर्मचारी हैं। पुलिस सूत्रों का कहना है कि इनमें से किसी का भी स्टेटमेंट तनुश्री के आरोपों का सर्मथन नहीं करता। डेजी ने भी बीते साल नवंबर में अपना बयान दर्ज कराया था और उनका कहना है कि वो ऐसी किसी घटना को याद नहीं कर पा रही हैं। मिल रही हैं धमकियां या नाना के हैं दोस्त एक ओर पुलिस का कहना है कि इतने सारे बयान रिकॉर्ड करने के बाद, शायद ही कोई है जो तनु के आरोपों का सर्मथन कर रहा। अधिकांश का कहना है कि उन्हें याद आ रहा है कि शूटिंग में देर हुई थी पर अभिनेत्री के साथ यौन शोषण के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। वहीं तनुश्री का कहना है कि पता किया जाना चाहिए कि गवाह कौन हैं और वे किसकी ओर हैं। उन्होंने ये भी कहा कि गवाहों के नाना पाटेकर के सर्मथक धमकियां दे रहे हैं, जबकि कई नाना के पक्ष में हैं क्योंकि लोगों की मानसिकता ऐसी है कि वे महिलाओं को गलत साबित करने के लिए इन अपराधियों के लिए झूठ भी बोल सकते हैं।

Posted By: Molly Seth