इलाहाबाद हुआ ओडीएफ
-क्वॉलिटी काउंसिल ऑफ इंडिया ने घोषित किया इलाहाबाद का नाम
-कई साल बाद नगर निगम इलाहाबाद को मिली उपलब्धि ALLAHABAD: स्वच्छ सर्वेक्षण में पिछले करीब तीन साल से पिछड़ रहे नगर निगम इलाहाबाद ने आखिरकार ओडीएफ में बाजी मार ली है। मंगलवार को क्वॉलिटी काउंसिल ऑफ इंडिया की टीम ने इलाहाबाद को ओडीएफ घोषित कर दिया। इलाहाबाद को मिली इस उपलब्धि से नगर निगम एडमिनिस्ट्रेशन के अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ ही पार्षदों में भी खुशी की लहर है। क्यूसीआई की टीम ने किया था निरीक्षण24 अगस्त को दो दिन के लिए क्वॉलिटी काउंसिल ऑफ इंडिया की टीम इलाहाबाद पहुंची थी। 24 और 25 अगस्त को टीम के सदस्यों ने शहर में खुले में शौच, सार्वजनिक व सामुदायिक शौचालय, व्यक्तिगत शौचालय, शहर के प्रमुख बाजारों व मलिन बस्तियों का स्थलीय निरीक्षण किया। पूरे शहर में पब्लिक टॉयलेट की क्या व्यवस्था है, कितने लोग टॉयलेट का प्रयोग कर रहे हैं, इस हकीकत को देखा था।
मिठाई खिलाकर खुशी का इजहारनगर निगम के सदन हॉल में नगर निगम के सभी अधिकारी और कर्मचारियों ने इस उपलब्धि को सेलिब्रेट किया। यहां मेयर अभिलाषा गुप्ता ने सभी को बधाई दी। नगर आयुक्त अविनाश सिंह व अपर नगर आयुक्त ऋतु सुहास ने मेयर को मिठाई खिलाकर खुशी का इजहार किया। इस दौरान पार्षद साहिल अरोरा, उप नगर आयुक्त आरडी बाजपेयी, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी पीके मिश्रा, लेखाधिकारी सत्यानंद श्रीवास्तव, मुख्य अभियंता सतीश कुमार आदि मौजूद रहे।
स्टेट ओडीएफ नॉन ओडीएफ उत्तर प्रदेश 11.24 प्रतिशत 1.35 गाजियाबाद ओडीएफ 23.59 कानपुर ओडीएफ 29.20 आगरा ओडीएफ 15.86 वाराणसी ओडीएफ 12.00 इलाहाबाद ओडीएफ 11.20 बरेली ओडीएफ 8.98 इलाहाबाद के लिए ये है उपलब्धि पॉपुलेशन: 11.20 लाख -फर्स्ट अटैम्प्ट में इलाहाबाद ने क्वालीफाई किया ओडीएफ। -बनारस और गाजियाबाद जैसे शहर दो बार फेल होने के बाद बने ओडीएफ। -शहर के 80 वार्डो में 8,756 व्यक्तिगत शौचालय बनवाने का था लक्ष्य, जिसके सापेक्ष 6,913 शौचालय का निर्माण हुआ। -125 पब्लिक टॉयलेट व 54 कम्युनिटी टॉयलेट बनाए गए हैं शहर में। -500 मीटर एरिया को कवर करता है कम्युनिटी टॉयलेट -1000 मीटर एरिया को कवर करने के लिए बनाया जाता है पब्लिक टॉयलेट ओडीएफ इलाहाबाद में कुंभ मेला के लिए की जा रही है ये तैयारी-200 टॉयलेट बन कर तैयार हो जाएंगे शहर में कुंभ से पहले और
-80 यूनिट मोबाइल टॉयलेट मंगाए जा रहे हैं कुंभ मेला के लिए -10 यूनिट मोबाइल टॉयलेट पहले से है नगर निगम के पास -शहर के 15 सम्मानित लोगों को बनाया गया है ओडीएफ का ब्रांड अम्बेसडर 100 परसेंट ओडीएफ के लिए होगी ये व्यवस्था -रेलवे स्टेशन के आस-पास के एरिया में बनवाया जाएगा टॉयलेट। -शहर के सभी पांचों जोन में बनेगा एक-एक एसी टॉयलेट। -एक-एक पिंक टॉयलेट की भी होगी व्यवस्था, जहां सारी व्यवस्था महिलाओं के जिम्मे होगी। टॉयलेट एमएसटी देगा नगर निगम नगर निगम लोगों के लिए टॉयलेट एमएसटी की तर्ज पर मंथली पास जारी करेगा। यह महज 50 से 60 रुपए में एक महीने के लिए बनेगा। शहर में किसी भी पब्लिक टॉयलेट पर इसका इस्तेमाल किया जा सकेगा। शहर को ओडीएफ बनाने के लिए पिछले कई महीनों से प्रयास चल रहे थे। आखिरकार यह सफल हुआ। इस प्रयास को आगे भी जारी रखा जाएगा। लोगों को जागरुक किया जाएगा कि वे खुले में जाने के बजाय टॉयलेट का ही प्रयाग करें। -अभिलाषा गुप्ता मेयर नगर निगम इलाहाबादस्वच्छता के लिए लोगों को अब और जागरुक किया जाएगा। जिन इलाकों में लोग खुले में शौच के लिए जाते हैं, वहां विशेष अभियान चलाने के साथ ही टॉयलेट की व्यवस्था की जाएगी।
-अविनाश सिंह नगर आयुक्त नगर निगम