कैबिनेट मिनिस्टर नंद गोपाल गुप्ता पर हमले के आरोपी राजेश पायलट पर हो चुका है हमला. दो साल पहले जेल से निकले लोगों पर तड़तड़ाई थी गोलियां और दो की हुई थी मौत

Allahabad: नैनी जेल यहां बंद अपराधियों के चलते हाइ सेंसिटिव माना जाता है। इसके बाद भी यहां की सिक्योरिटी पर समय-समय पर सवाल खड़े होते रहे हैं। जेल के भीतर राजेश पायलट पर हुआ कातिलाना हमला हो या फिर दुष्कर्म के बाद एक बंदी को फांसी पर लटका दिया जाना, जैसे मामले भी सामने आ चुके हैं। नैनी जेल के बाहर भी दो साल पहले जेल से मिलकर निकले एक सख्श समेत दो लोगों को ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर मौत के घाट उतारा जा चुका है।

बंदी रक्षकों पर भी है बड़ा प्रेशर

नैनी सेंट्रल जेल में बंदी रक्षकों पर भी इन दिनो बड़ा प्रेशर है। वर्तमान समय में इस जेल में छमता से दूने बंदी-कैदी रखे गये हैं जबकि बंदी रक्षक स्वीकृत पदों के करीब आधे ही हैं। जेल में जैमर लगा है इसके बाद भी यहां से फोन किये जाने की शिकायतें मिल चुकी हैं। अफसरों के छापे में मोबाइल भी बरामद किया जा चुका है। इससे सिक्योरिटी पर सवाल उठ चुका है। चौंकाने वाला मामला इसी साल करीब छह महीना पहले सामने आया था जब प्रदेश सरकार में कैबिनेट मिनिस्टर नंद गोपाल गुप्ता उर्फ नंदी को विस्फोट से उड़ाने की घटना में शामिल राजेश पायलट पर कैंची से कातिलाना हमला किया गया। हमले में बुरी तरह से जख्मी राजेश को एसआरएन में भर्ती कराया गया। जहां करीब 20 दिन तक उसका इलाज चला।

 

हाईसेंसिटिव है नैनी जेल

सेंट्रल जेल में आठ आतंकवादियों को भी रखा गया है। ये सभी अयोध्या कांड से जुड़े हुए हैं। सिक्योरिटी कारणों के चलते ही इस केस की सुनवाई के लिए अदालत जेल के भीतर ही लगती है। इन्हें जेल से बाहर लेकर जाने का रिस्क नहीं उठाया गया। वर्तमान समय में इलाहाबाद कोर्ट ही इस मामले की सुनवाई कर रही है।

 

फांसी पर लटका दिया गया था बंशी

नैनी जेल 2012 में सुर्खियों में आया था। नौ मार्च की सुबह बंशी लाल नामक एक बंदी की बॉडी फांसी पर लटकती मिली थी। रायबरेली जिले के हरचंदपुर थाना एरिया का रहने वाले बंशीलाल को 25 अगस्त 2008 को नैनी जेल लाया गया था। मामले की मजिस्ट्रेटी जांच में खुलासा हुआ कि दुष्कर्म के बाद उसे मारकर लटका दिया गया था। जेल अफसरों ने इसे आत्महत्या का मामला बताकर फाइल बंद कर दी थी।


5 जून 2016 को थर्रा उठा था नैनी

पांच जून 2016 को घटना नैनी जेल के भीतर तो नहीं हुई लेकिन इसके तार जेल से ही जुड़े हुए थे। नैनी जेल मोड़ पर जेल में सजा काट रहे पिता चंद्रभान यादव से मिलकर निकले उनके बेटे शेरडीह झूंसी निवासी ज्ञानचंद्र उर्फ वकील यादव की स्कार्पियो पर ताबड़तोड़ फायरिंग की गयी थी। हमले में ज्ञानचंद्र के अलावा एक राहगीर लालता यादव की मौत हो गयी थी। दिन दहाड़े हुई इस घटना को कांट्रैक्ट किलर्स ने 15 लाख रुपये के साथ एक स्कार्पियो की डील पर निबटाया था।

 

281

पद हैं नैनी सेंट्रल जेल में सिपाहियों के

156

सिपाहियों के भरोसे है वर्तमान में जेल की व्यवस्था

14

पद स्वीकृत हैं डिप्टी जेलर के नैनी जेल में

08

पद रिक्त चल रहे हैं डिप्टी जेलर के

2060

बंदियों को रखने की क्षमता है नैनी जेल में

2060

बंदी-कैदियों को रखा गया है जेल में

08

आतंकवादी रखे गये हैं इस जेल में

Posted By: Inextlive