'टॉपलेस आइटम नंबर' के नाम पर बिकी थी मुन्नाभाई की गांधीगिरी!
टॉपलेस आइटम नंबर
बॉलीवुड में अगर कोई मूवी सुपरहिट होती है, तो इसके पीछे कई कारण होते हैं. इनमें से सबसे मुख्य है आइटम नंबर, जिस मूवी में आइटम नंबर का तड़का होता है उसे देखने के लिये दर्शक खुद ही खिंचे चले आते हैं. ऐसा ही कुछ मामला 'लगे रहो मुन्नाभाई' के साथ भी हुआ था. इसमें जो टॉपलेस आइटम नंबर था उसने ही पूरी मूवी को सफलता दिलाई. हालांकि आप सोच रहें होंगे कि 'लगे रहो मुन्नाभाई' में टॉपलेस आइटम नंबर कहां से आया, तो ज्यादा दिमाग मत लगाइये. यह आइटम नंबर कोई और नहीं हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी थे.
डिस्ट्रीब्यूटर को मनाना पड़ा था
'लगे रहो मुन्नाभाई' के डायरेक्टर राजकुमार हिरानी और प्रोड्यूसर विधु विनोद चोपड़ा ने 45वें फिल्म फेस्टिवल में इस फिल्म से जुड़ी कुछ रोचक बातों का जिक्र किया. चोपड़ा ने अपनी इस मूवी से जुड़ी एक रोचक बात बताते हुये कहा कि, 'जब हमने 'लगे रहो मुन्नाभाई' को बनाया तो इसके बाद डिस्ट्रीब्यूटर हमारे पास आये और उन्होंने इस मूवी में कोई आइटम नंबर डालने को कहा. हालांकि यह मूवी महापुरुष महात्मा गांधी पर बनी थी अब ऐसे में गांधी जी के साथ आइटम नंबर डालना भी अच्छा नहीं लगता था. हमने तो साफतौर से आइटम नंबर के लिये मना कर दिया था. इसके बाद सभी डिस्ट्रीब्यूटर्स हमारी मूवी को लेकर थोड़े स्केयर्ड हो गये. उनको लग रहा था कि हम आज के युवा को गांधी से किस तरह जोड़ पायेंगे.'
मजाक काम कर गया
विधु विनोद चोपड़ा ने यह भी बताया कि, 'हमारे मन में भी कहीं न कहीं आइटम नंबर की कमी खल रही थी, लेकिन गांधी के साथ यह मैच नहीं कर सकता था. इसके बाद हमने डिसाइड किया कि इसमें एक टॉपलेस आइटम नंबर होगा.' फिल्म के डायरेक्टर हीरानी ने बताया कि, 'चोपड़ा मेरे पास आये और बोले कि डिस्ट्रीब्यूटर से कह दिया जाये कि इसमें आइटम नंबर होगा. हालांकि उस समय मुझे भी यकीन नहीं हुआ कि चोपड़ा क्या कह रहे हैं, लेकिन हमने डिस्ट्रीब्यूटर से आइटम नंबर के लिये हां कह दी.' अब आपको बताते चलें कि चोपड़ास और हिरानी ने जिस टॉपलेस आइटम नंबर कर जिक्र किया था, वह महात्मा गांधी थे क्योंकि वह सिर्फ धोती पहनते थे और उनके तन पर कोई कपड़ा नहीं होता था. फिलहाल इस मूवी ने गांधीगिरी के दम पर ही दर्शकों को अट्रैक्ट किया था और शानदार सफलता पाई थी.