Bareilly: बरेली जंक्शन पर सिपाही राम निरंजन के मर्डर में सैटरडे को पुलिस ने चार और आरोपियों को अरेस्ट कर लिया. राम निरंजन अपनी जान जाने से पहले आरोपियों से जमकर लड़ता रहा था. उसने ट्रेन छूटने के वक्त दो आरोपियों को पकड़ लिया था. इस पर आरोपियों ने खुद को बचाने के लिए राम निरंजन को गोली मार दी थी. राम निरंजन को गोली सीबीसीआईडी के कांस्टेबल के दामाद और टीचर सौरभ शंखधार के भाई पियूष शंखधार ने मारी थी. जंक्शन पर तमंचा लेकर पियूष का दोस्त दीपक शर्मा ले गया था. पुलिस ने मुख्य आरोपी पियूष शंखधार और उसके साथी दीपक शर्मा विक्की रस्तोगी और दीपक रस्तोगी को भी गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल हथियार बरामद किया है.


सेटेलाइट से किया गिरफ्तार डीआईजी जीआरपी हरि शर्मा ने बताया कि बरेली जंक्शन पर सिपाही की हत्या में शामिल चारों आरोपियों को सेटेलाइट बस अड्डे से गिरफ्तार किया है। पुलिस गिरफ्त में आया पियूष बरेली कॉलेज से बीए फाइनल की पढ़ाई कर रहा है। वहीं दीपक शर्मा कन्हैया टोला का रहने वाला है और वह एक ड्राईवर है। दीपक रस्तोगी छोटी वमन पुरी का रहने वाला है और वह ज्वैलरी का काम करता है। वहीं विक्की रस्तोगी बड़ा बाजार का रहने वाला है और वह ज्वैलरी पॉलिश का काम करता है। फोन कर मंगाया था तमंचा


ट्रेन में रास्ते में पियूष ने अपने दोस्त दीपक शर्मा से फोन पर कहा था कि उसका झगड़ा हो गया है और उसके परिवार के साथ मारपीट की गई है। मारपीट करने वाला सिपाही है। वह हथियार साथ लेकर आए। वहीं पियूष ने अपने जीजा के भाई पिंकू उर्फ शैलेंद्र को भी इस पूरे घटनाक्रम के बारे में मैसेज किया था। उन्होंने बताया कि बरेली जंक्शन पर सीबीसीआईडी के सिपाही रमेश चंद्र के साथियों और पियूष के दोस्तों ने सिपाही राम निरंजन की पिटाई की और सभी वहां से भाग खड़े हुए।पकडऩे पर चलाई थी गोली

इसी दौरान टे्रन चल पड़ी तो कोच में पियूष और दीपक शर्मा ही रह गये। इस पर राम निरंजन ने दीपक की गर्दन दबोच ली और उसे आधा ट्रेन के बाहर लटका दिया तथा राम निरंजन ने पियूष का हाथ भी पकड़ लिया। इस पर दीपक ने अपनी कमर में लगा तमंचा निकालकर पियूष को दिया और पियूष ने नीचे झुककर राम निरंजन को गोली मार दी। गोली लगते ही राम निरंजन के हाथ छूट गये और दोनों वहां से भाग निकले। डीआईजी हरिराम शर्मा ने बताया कि जब दीपक और पियूष से पूछताछ की गई तो दीपक शर्मा ने पियूष के कहने पर तमंचा लाने की बात स्वीकार कर ली लेकिन पियूष ने गोली मारने की बात नहीं स्वीकारी। उसने पहले पुलिस को गुमराह करते हुए बताया कि गोली दीपक शर्मा ने मारी है लेकिन जब दोनों को आमने-सामने कर पूछताछ की गई तो पियूष ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। घर में छिपा रखा था हथियार

पुलिस पूछताछ में पियूष ने बताया कि उसने वारदात में इस्तेमाल तमंचा अपने घर की अलमारी में छिपा कर रखा है। पुलिस पियूष को लेकर उसके घर पर गई लेकिन वहां पर ताला लगा हुआ था। उसके बाद पुलिस ने रिश्तेदारों से चाबी मंगाकर घर में प्रवेश किया और अलमारी खोलकर देखा तो उसमें एक थैले में वारदात में इस्तेमाल 315 बोर का तमंचा, उसमें लगा खोखा, इसके अलावा एक अन्य 315 बोर का तमंचा, एक 315 बोर की जिंदा कारतूस और 312 बोर की 7 जिंदा कारतूस बरामद किए गए. 

Posted By: Inextlive